- सदर बाजार इलाके में अपराधी पड़ रहे थाना पुलिस पर भारी
- शिव मंदिर में चोरी, गेहंू कारोबारी से अंगूठी लूट अभी तक नहीं हुआ खुलासा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: थाना सदर बाजार के रजबन इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने वॉक के लिए निकली रजबन निवासी महिला को घायल कर उसके कानों से कुंडल लूट लिए और फरार हो गए। घायल महिला ने लुटेरों के पीछा करने का भी प्रयास किया, लेकिन कानों से रिस रहे खून और दर्द की वजह से उसके कदम थम गए। सदर इलाके की बात करें तो अपराधी थाना पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। शिव चौक स्थित शिव मंदिर में चोरी, एक दिन पहले गेहंू कारोबारी से ठगी के अंदाज में सोने की अंगूठियों की लूट और आज रजबन निवासी महिला से कुंडल लूट की वारदात से साबित हो गया है कि सदर पुलिस पर अपराधी भारी पड़ रहे हैं।
सदर इलाके में वारदात थमने का नाम नहीं ले रहीं। गुरुवार शाम यहां बाइक सवार बदमाशों ने फिर एक महिला से कुंडल लूट लिये और फरार हो गए। सूचना पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला से जानकारी ली। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। रजबन निवासी किरन प्राइवेट नौकरी करती है। वह शाम के समय माल रोड पर घूमने के लिए जाती है। हर रोज की तरह गुरुवार शाम भी वह घूमने के लिए निकली थी। जब वह वापस लौट रही थी तो पेट्रोल पंप से कुछ पहले पीछे से आए बाइक सवार बदमाश ने किरन के कान पर झपट्टा मारकर कुंडल नोच लिए और भागने लगे।
एकाएक झपट्टा मारने के कारण किरन सड़क पर गिर गयी। वह उठकर शोर मचाते हुए बदमाशों के पीछे भागी, लेकिन बदमाश पल भर में गायब हो गए। किरन लहूलुहान हो गयी। उसके दोनों कान से खून निकलने लगा। लोगों की सूचना पर किरन के परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को बुला लिया। लगातार हो रहीं वारदातों को लेकर लोगों ने हंगामा कर दिया। चौकी इंचार्ज ने मौके पर आक्रोशित भीड़ को शांत कराया और किरन को थाने भिजवा दिया। जहां परिजनों ने बदमाशों के खिलाफ तहरीर दे दी।
गगन हत्याकांड में परिजनों ने विवेचना पर उठाए सवाल
मेरठ: बहुचर्चित गगन तेवतिया हत्याकांड की विवेचना को लेकर जो कुछ अब तक हुआ, उस पर परिजनों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि हत्या वाले दिन से वो बार-बार पूछ रहे हैं कि हत्या के बाद गगन के मोबाइल से किसको मैसेज भेजे गए और उसके मोबाइल से भेजे गए मैसेज बाद में किसने डिलीट किए। यह तमाम चीजें पुलिस ने कहने के बाद भी विवेचना में शामिल नहीं की हैं। इन सवालों से पुलिस की विवेचना को परिजनों ने कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। उनका आरोप है कि सोची समझी साजिश के तहत उनके बेटे की हत्या की गई है और पुलिस आरोपियों को बचा रही है।
सांई नगर निवासी देवेंद्र सिंह तेवतिया का कहना है कि उनका बेटा गगन 24 मई की सुबह भोपाल बिहार गढ़ रोड स्थित निजी लाइब्रेरी में पढ़ने गया था। वहीं से आरोपी दोनों युवक योजना के तहत उसे अपने साथ भावनपुर थाना क्षेत्र के राली चौहान गांव स्थित जंगल में ले गये और हत्या कर दी। गगन की मौत की सूचना उसके एक दोस्त ने पौने छह बजे से छह बजे के बीच दी थी। जबकि जिन मोबाइल मैसेज को आधार बनाकर पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है, वह मैसेज मौत के बाद लिखे गए हैं। जो व्यक्ति मर चुका है, वह अपनी मौत के बाद अपने मोबाइल से मैसेज कैसे भेज सकता है? इससे स्पष्ट है कि हत्या को आत्महत्या दर्शाने के लिए पूरी योजना बनाई गई।
इस मैसेज में एक युवती के नाम का जिक्र आया है लेकिन पुलिस ने उससे बात नहीं की। एक गलत वीडियो का जिक्र किया गया है, लेकिन वह भी सामने नहीं लाई गई। यह तक नहीं देखा गया कि मैसेज कहां और किसके नंबरों पर भेजे गए हैं। बहुत सारे मैसेज डिलीट किए गए। वह डिलीट क्यों हुए, पुलिस के पास इनका कोई जवाब नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण तो यह है कि उसी माह कुछ ट्रांजेक्शन उनके बेटे गगन तेवतिया के एकाउंट से की गई थीं। काफी पैसा ऐसा है जो दोनों में से एक आरोपी के खाते में भेजा गया है। इन सभी सवालों के जवाब छह महीने से लंबित हैं और पुलिस उनसे कन्नी काट रही है।