नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई के बाद उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। सरकार की ओर से जारी निर्देशों के तहत केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में अब पैरामिलिट्री फोर्स और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि रखते हुए सभी एंट्री प्वाइंट्स, हेलीपैड और प्रमुख मंदिर परिसरों पर सुरक्षा निगरानी बढ़ा दी गई है। केदारनाथ धाम में चलने वाली हेली सेवा को भी फिलहाल सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
केदारनाथ हेली सेवा अस्थायी रूप से बंद
सरकारी आदेशों के तहत केदारनाथ की हेली सेवा को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि गंगोत्री और बदरीनाथ के लिए भी हेली सेवाएं अस्थायी रूप से रोकी जा सकती हैं। यह फैसला तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और क्षेत्रीय सतर्कता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। चारधाम यात्रा मार्ग पर लगातार जांच अभियान चलाए जा रहे हैं, और ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
तीर्थ यात्रियों की संख्या में वृद्धि
राज्य के प्रमुख धार्मिक व पर्यटक स्थलों के अलावा देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की, रुद्रपुर और काशीपुर जैसे शहरों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। रात में भी चेकिंग और पेट्रोलिंग जारी है और संदिग्धों की पहचान के लिए सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। वहीं चारधाम यात्रा का औपचारिक शुभारंभ 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ हुआ था। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए। अब तक 25 लाख से अधिक श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जिनमें सबसे ज्यादा संख्या केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की है।
आपात स्थिति से निपटने को तैनात की गईं विशेष टीमें
प्रशासन ने अस्पतालों को किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। दवाओं, उपकरणों और बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही पुलिस और एसएसबी टीम द्वारा जगह-जगह कॉम्बिंग ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है।