- कार्यकर्ताओं व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुई नोकझोंक
जनवाणी संवाददाता |
तितावी: थाना क्षेत्र के हिंडन नदी के पास पानीपत-खटीमा मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि पर कब्जा करने पहुंची प्रशासनिक टीम कब्जा करने पहुंंची।
सूचना मिलते ही काफी संख्या में भाकियू कार्यकर्ता व किसान मौके पर एकत्र हो गए। इस दौरान प्रशासनिक टीम और भाकियू कार्यकर्ताओं व किसानों के बीच जमकर तीखी नोकझोक हुई।
भाकियू कार्यकर्ताओं ने कहा जब कि जब किसानों को उनकी भूमि व फसल का मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक प्रशासन को जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल भी प्रयोग करना चाहा लेकिन, भाकियू कार्यकर्ताओं के जमावड़े को देखते हुए प्रशासन बैकबुट पर नजर आता दिखाई दिया।
जमीन पर कब्जा करने की सूचना मिलते ही काफी संख्या में किसान इकट्ठा हो गए। भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान ने कहा कि जब तक किसानों को उनकी जमीन व फसल का मुआवजा नहीं मिल जाता वह भूमि पर कब्जा नहीं करने देंगे। मामले को लेकर प्रशासनिक और किसानों की बीच घंटों वार्ता चली। लेकिन, वार्ता विफल होने पर भाकियू ने अनिश्चितकाल के लिए धरना शुरू कर दिया।
बता दें कि पानीपत-खटीमा मार्ग का चौड़ीकरण होना है। जिसको लेकर प्रशासन की तरफ से सड़क चौड़ीकरण के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहीत की गई। प्रशासन ने मुआवजा भी तय कर दिया है। काफी किसानों को मुआवजे की राशि दी जा चुकी है लेकिन, काफी संख्या में किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया है।
गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारी बुल्डोजर व तितावी पुलिस को साथ लेकर तितावी हिंडन नदी के पास अधिग्रहीत की गई जमीन पर कब्जा करने के लिए पहुंचे। प्रशासनिक टीम द्वारा जमीन पर कब्जा करने की सूचना किसानों को मिली तो काफी संख्या में किसान मौके पर एकत्र हो गए और प्रशासनिक टीम को जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया। जिसको लेकर अधिकारियों व किसानों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान ने कहा कि जब तक किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा।
भाकियू व किसानों के विरोध को देखते हुए एसपी देहात नेपाल सिंह, एसडीएम सदर दीपक कुमार, सीओ सदर, सीओ फुगाना, सीओ बुढ़ाना सहित चरथावल, भौराकला, रतनपुरी सहित कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और किसानों को समझाने का प्रयास किया।
किसानों ने कहा कि कुछ किसानों को जमीन का मुआवजा मिला है जबकि उनकी फसल अभी खेत में खड़ी है। इसका मुआवजा किसानों को नहीं मिला है।
वह फसल काटने के बाद ही जमीन पर कब्जा करने देंगे। प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अधिकारियों ने किसानों को समझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे।
घंटों चली वार्ता के बाद भी जब कोई हल नहीं निकला तो भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान किसानों को साथ लेकर चिरवा टिल्ले के पास धरने पर बैठ गए। वार्ता विफल होने के बाद भाकियू ने अपना धरना अनिश्चिकालीन के शुरू कर दिया।
इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान, राजेन्द्र सैनी, विकास शर्मा, धर्मेन्द्र मलिक, विकास सैनी, राजू सहित काफी संख्या में भाकियू कार्यकर्ता व किसान मौजूद रहे। समाचार लिखे जाने तक प्रशासनिक अधिकारी भूमि पर कब्जा करने के लिए डटे हुए थे।