जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज शुक्रवार को भारतीय सेना के सूत्रों से जानकारी है कि भारतीय सेना और चीनी सेना इस महीने के 28-29 अक्टूबर तक पूरी तरह से पीछे हट जाएंगी।
Indian Army and Chinese Army to complete disengagement by October 28-29 of this month: Indian Army sources pic.twitter.com/i0hhcC19xu
— ANI (@ANI) October 25, 2024
मिली जानकारी के अनुसार, “नवीनतम समझौते केवल देपसांग और डेमचोक के लिए लागू होंगे, अन्य स्थानों के लिए नहीं। यह समझौता अन्य घर्षण क्षेत्रों पर लागू नहीं होगा। दोनों पक्षों के सैनिक अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस आ जाएंगे और वे उन क्षेत्रों में गश्त करेंगे जहां वे अप्रैल 2020 तक गश्त करते थे। नियमित ग्राउंड कमांडरों की बैठकें होती रहेंगी।
Indian Army Sources: “The latest agreements will be applicable only for Depsang and Demchok and not for other places. This agreement will not be applicable to other friction zones. Troops from both sides will fall back to positions they held pre-April 2020 and they will patrol…
— ANI (@ANI) October 25, 2024
गश्त में सैनिकों की एक कण शक्ति की पहचान की गई है और जब हम गश्त करने जा रहे हैं तो एक-दूसरे को सूचित करेंगे ताकि किसी भी तरह के गलत संचार से बचा जा सके शेड या टेंट और सैनिकों को हटा दिया जाएगा। दोनों पक्षों की क्षेत्र पर निगरानी होगी। देपसांग और डेमचोक में गश्त बिंदु वे बिंदु होंगे जहां हम अप्रैल 2020 से पहले पारंपरिक रूप से गश्त कर रहे थे।
Indian Army Sources: “No quid pro quo in the talks with China. The decisions in the present talks have been taken only for Depsang and Demchok in Eastern Ladakh. Indian Army and Chinese Army to start patrolling up to their respective patrolling points by the end of this month.”
— ANI (@ANI) October 25, 2024
बताया गया है कि, चीन के साथ बातचीत में कोई प्रतिशोध नहीं। वर्तमान वार्ता में निर्णय केवल पूर्वी लद्दाख में देपसांग और डेमचोक के लिए लिए गए हैं। भारतीय सेना और चीनी सेना अंत तक अपने-अपने गश्त बिंदुओं तक गश्त शुरू कर देंगी।