जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: बीते दिन 22 अप्रैल को हुए कश्मीर के पहलगाम में एक पर्यटक स्थल पर हुए घातक हमले में 28 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए थे। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में यह आतंकी हमला बैसरन घास के मैदान में हुआ, जिसे लोकप्रिय रूप से ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम को एक महानिरीक्षक (आईजी) के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित पहलगाम के लिए रवाना किया गया है।
इंडियन आर्मी एक्शन मोड पर
इस आतंकी हमले के बाद इंडियन आर्मी एक्शन मोड में नजर आ रही है। सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच जारी मुठभेड़ में अब तक 2 आतंकवादी मारे जा चुके हैं और घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है। आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध जैसी सामग्री बरामद हुई है।
एनआई की टीम पहलगाम के लिए रवाना
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम को एक महानिरीक्षक (आईजी) के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित पहलगाम के लिए रवाना किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि टीम पहलगाम के लिए रवाना हो गई है, जहां वह मंगलवार को हुए नृशंस आतंकवादी हमले की जांच कर रही स्थानीय पुलिस को सहायता प्रदान करेगी।
इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकतर देश के विभिन्न भाग से आए पर्यटक थे। आतंकवादियों ने उन पर्यटकों पर गोलियां चलाईं जो पहलगाम के बैसरन में भोजनालयों के आसपास घूम रहे थे, खच्चरों पर सवारी कर रहे थे या पिकनिक मना रहे थे।
चार आतंकियों के स्कैच जारी
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल 4 आतंकियों की पहचान का दावा किया जा रहा है । सुरक्षा बल इन आतंकियों को दबोचने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाए हुए है। खबर सामने आ रही है कि इन 4 आतंकियों में से 2 लोकल हैं , जबकि दो पाकिस्तान के हैं । इतना ही नहीं सुरक्षा बलों ने इनमें से तीन आतंकियों के स्कैच भी जारी कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के आधार पर यह बात साबित हो रही है कि दो आतंकी पश्तून भाषा में बात कर रहे थे ।