जनवाणी ब्यूरो |
देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी आज रिटायर हो गए हैं। उनकी जगह 1989 बैच के अधिकारी अशोक कुमार ने चार्ज संभाला है। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने नए डीजीपी अशोक कुमार को पुलिस बैटन सौंपी। आईपीएस अशोक कुमार उत्तराखंड के 11वें डीजीपी बने हैं।
इससे पहले पुलिस लाइन में राज्य के 10वें डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी की विदाई में परेड का आयोजन किया गया। पुलिस लाइन में सुबह करीब नौ बजे से परेड की शुरुआत की गई। इसके लिए पुलिस लाइन में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी को डीजी अशोक कुमार ने पुलिस लाइन में रिसीव किया। इसके बाद भव्य विदाई परेड आयोजित की गई।
उत्तराखंड के 11वें पुलिस महानिदेशक बने अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड को अपराध मुक्त प्रदेश बनाना उनकी प्राथमिकता होगी। आतंकवाद को खत्म करने व उत्तराखंड आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमि निभा चुके डीजीएलओ अशोक कुमार 1993-94 में रुद्रपुर में एडिशनल एसपी नैनीताल तैनात थे।
22 जनवरी 1993 को रुद्रपुर में हुए एनकाउंटर में 300 व्यक्तियों की हत्या करने वाले दो आतंकवादियों को उनके नेतृत्व में मार गिराया था, इस दौरान 3000 गोलियां चली थी। इसके बाद 1994-95 में उत्तराखंड आंदोलन के दौरान वह एसपी चमोली थे। वह 1995-96 में हरिद्वार व 1996-97 में एसएसपी नैनीताल रह चुके हैं। अशोक कुमार ने सीआरपीएफ व बीएसएफ में भी अपनी सेवाएं दी। उन्होंने केदारनाथ घाटी के कालीमठ में 14-15 गांव गोद लेकर उनका पुनरोद्धार किया।
हरियाणा के पानीपत के कुराना गांव में जन्में डीजीएलओ अशोक कुमार की प्राइमरी शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई। इसके बाद बीटेक व एमटेक आइआइटी दिल्ली से की। 1989 में उन्होंने इंडियन पुलिस सर्विस ज्वाइन की। वह उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कुछ समय पहले उन्होंने ‘खाकी में इंसान’ किताब लिखी, जोकि खूब पसंद की गई। वह अब तक कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल कर चुके हैं।