- 5 दबोचे, टीपी नगर क्षेत्र में बिजलीघर के कर्मचारी से साढ़े चार रुपये की लूट का पुलिस ने किया खुलासा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: टीपी नगर क्षेत्र के पार्चा चौक नई बस्ती में विद्युत कर्मी के साथ लूट करने वाले सभी पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लूट की पूरी साजिश बिजली घर के संविदा कर्मी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर रची थी। पुलिस ने सोमवार को पकड़े गए आरोपियों को मीडिया के समक्ष पेश कर घटना का खुलासा किया। तीन आरोपियों को टीपी नगर पुलिस व सर्विलांस की टीम ने शुक्रवार को हुई मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया, जिसमें एक आरोपी गोली लगने से घायल हो गया था। इसने दो फरार साथियों को शनिवार देर शाम गिरफ्तार किया गया। लूटी गई नकदी और अन्य सामान बरामद किया गया।
पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि 27 सितंबर को मलियाना विद्युत सब डिवीजन के टीजी 2 विद्युत बिनेश कुमार के साथ लूट की घटना हुई थी। जिसमें 4.55 लाख रुपयो से भरा बैग बदमाशों ने लूट लिया था। इस घटना को अंजाम देने वाले पांचों आरोपियों मास्टरमाइंड सतेंद्र पुत्र योगराज, गौरव पुत्र डालचंद, कार्तिक पुत्र योगेंद्र, गौरव पुत्र ब्रह्मपाल निवासी गांव मुजफ्फरनगर सैनी थाना इंचौली मेरठ और पंकज पुत्र हेतराम निवासी खजूरवाली गली मलियाना थाना टीपीनगर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी सिटी ने बताया कि 05 अक्टूबर को टीपी नगर पुलिस और सर्विलांस टीम के साथ बदमाशों की वेदव्यासपुरी के जंगल में मुठभेड़ हो गई थी। जिसमें गौरव पुत्र डालचंद गोली लगने से घायल हो गया था, जिसके साथ पंकज और कार्तिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इनके कब्जे से 3.4 लाख रुपये, एक मोबाइल, दो तमंचे, कारतूस और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की। इसके बाद फरार चल रहे अन्य दो आरोपी गौरव और सतेंद्र को पुलिस ने 06 अक्टूबर की रात को बम्बा रोड पर शनि मंदिर क पास से गिरफ्तार किया।
इस तरह रची थी लूट की साजिश
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पंकज करीब 7-8 सालों से बिजली घर में संविदा कर्मी है। सतेंद्र इसका घनिष्ट मित्र है, वह फिलहाल अपनी बुआ के यहां गांव मलियाना में रह रहा था। जिसके ऊपर लाखों रुपये कर्ज था। जिसके चलते उसने पंकज के साथ मिलकर कैशियर से लूट की योजना बनाई। इसके बाद सतेंद्र ने अपने गांव के ही रिश्तेदार दोनों गौरव और कार्तिक से संपर्क किया। गौरव पुत्र ब्रह्मपाल पर भी एक लाख का कर्ज था तो वह भी लालच में आ गया। इसके बाद यह चारों शॉप्रिक्स मॉल पर इक्ट्ठा हुए। यहां से कार्तिक ने बाइक पर जाकर रैकी की और पंकज ने कैशियर के बिजलीघर से निकलने की मुखबिरी की। इसके बाद सतेंद्र और दोनों गौरव ने ई-रिक्शा रोककर तमंचा दिखाकर बैग छीन लिया और फरार हो गए थे।
पुलिस ने खंगाले 100 सीसीटीवी कैमरे
विद्युतकर्मी से लूट करने वाले बदमाशों के गिरेबान तक पहुंचने के लिए पुलिस ने करीब 100 सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। बदमाशों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पूरा दिमाग चलाया, लेकिन वह तीसरी आंख से नहीं बच सके। थाना प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों के बिना बदमाशों तक पहुंचना मुश्किल था। इन लोगों ने केवल पैसों के लिए लूट को अंजाम दिया है। इन्हें पैसों की जरूरत थी। दो बदमाशों के ऊपर लाखों रुपये का कर्ज भी था।
पहली बार किया अपराध जंगल में गुजारा समय
लूट में शामिल पांचों बदमाशों ने पहली बार जरायम की दुनिया में कदम रखा है। इन्होंने पहली बार किसी घटना को अंजाम दिया है। पुलिस का कहना है कि कैशियर को लूटने के बाद यह हाइवे की ओर दौड़े। सुभारती, कंकरखेड़ा, मोदीपुरम फ्लाइओवर, लावड़ रोड, इंचौली की ओर से होते हुए भागे। इस दौरान इन्होंने पुलिस को गुमराह करने के लिए करीब दो घंटे जंगल में बिताए। इसके बाद देर शाम के यह लोग घर को लौट गए।