जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: संसद सत्र के दौरान जब विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया गया, तो टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी, ने संसद परिसर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री कर दी। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद राहुल गांधी उस मिमिक्री का वीडियो बनाते हुए नजर आए थे।
इसके बाद जब यह मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ, तो बहुत जल्द कुछ नेता, इसके ‘डैमेज कंट्रोल’ में जुट गए। उत्तर भारत के जाटों की तरफ से जगदीप धनखड़ को समर्थन मिलने लगा। जाट समुदाय की नाराजगी सामने आने लगी। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी को यह अहसास हुआ कि जगदीप धनखड़ की ‘मिमिक्री’ 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है।
हालांकि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने सदन में पीएम मोदी द्वारा की गई ‘मिमिक्री’ का एक वीडिया वायरल किया, लेकिन वह डैमेज कंट्रोल के लिए काफी नहीं था। बुधवार सुबह पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सामने आना पड़ा। उन्होंने कहा, जाति को हर मुद्दे में नहीं घसीटा जाना चाहिए। खरगे ने सवाल किया, क्या उन्हें हर बार राज्यसभा में बोलने की अनुमति नहीं मिलने पर यह कहना चाहिए कि दलित होने के कारण ऐसा हुआ है।
संसद परिसर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने वाले टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दूसरी तरफ, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जाट समुदाय की ओर से धनखड़ के समर्थन में प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
जाट समुदाय के नेताओं का कहना है कि यह जाट समुदाय का अपमान है। कांग्रेस पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मिमिक्री के मामले में इंडिया गठबंधन भी अब एकमत नहीं दिखाई पड़ रहा। इंडिया गठबंधन की अहम नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में कहा, अगर ‘राहुल जी’ ने वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया होता, तो आपको पता नहीं चलता। उन्होंने इशारे में कह दिया कि इसके लिए राहुल गांधी जिम्मेदार हैं। उन्होंने मिमिक्री का वीडियो बनाया। बाद में वही वीडियो वायरल हो गया।
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मिमिक्री से राजनीतिक फायदा उठाने में देर नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी ने जगदीप धनखड़ से फोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा, मेरा साथ भी ऐसा होता रहा है। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी धनखड़ से मिलने पहुंच गए। भाजपा के मंत्रियों और दूसरे नेताओं ने सोशल मीडिया में इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, टीएमसी सांसद ने जाट और किसान का अपमान किया है। उपराष्ट्रपति का अपमान, हिंदुस्तान नहीं सहेगा। इससे पहले राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष को जमकर फटकार लगाई थी। धनखड़ ने कहा था, वो अपना अपमान बर्दाश्त कर लेंगे, खून का घूंट पीने को तैयार हैं, लेकिन इस पद और सदन की गरिमा नहीं गिरने देंगे।
संसद में जाट समाज का अपमान किया गया। उनकी जाति को बेइज्जत किया गया। उनके अपमान पर कांग्रेस अध्यक्ष चुप रहे। दिल्ली में पालम 360 खाप के प्रधान चौ. सुरेंद्र सिंह सोलंकी, ने बयान जारी कर दिया कि टीएमसी सांसद को इस मामले में माफी मांगनी होगी। सोशल मीडिया में ‘आई स्टैंड विद जगदीप धनखड़’ हैश टैग, ट्रेंड होने लगा।
लोकसभा चुनाव के चार-पांच माह बाद ही हरियाणा में विधानसभा चुनाव हैं। मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में वहां पर कांग्रेस पार्टी, मजबूत स्थिति में बताई जाती है। जाट समुदाय से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सत्ता वापसी के लिए दिन रात एक किए हुए हैं।
ऐसे में अब उपराष्ट्रपति धनखड़ की मिमिक्री और राहुल गांधी द्वारा उसका वीडियो बनाना, इन सब बातों ने जाट समुदाय को नाराज कर दिया। इससे पहले जाट समुदाय, किसान आंदोलन और महिला पहलवानों के प्रदर्शन के बाद भाजपा से दूरी बना रहा था, मिमिक्री मामले में अब भाजपा के करीब आता हुआ नजर आ रहा है। सोशल मीडिया में जाट समुदाय के बढ़ते आक्रोश को कांग्रेस पार्टी ने भांप लिया।
2024 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सामने आना पड़ा। उन्होंने कहा, जाति को हर मुद्दे में नहीं घसीटा जाना चाहिए। खरगे ने सवाल किया, क्या उन्हें हर बार राज्यसभा में बोलने की अनुमति नहीं मिलने पर यह कहना चाहिए कि दलित होने के कारण ऐसा हुआ है।
बुधवार को संसद परिसर में मौजूद गांधी प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसदों ने प्रदर्शन किया है। इस धरने में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और दूसरे दलों के सांसद मौजूद रहे। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, सांसदों का निलंबन सही नहीं है। सरकार का रवैया पूरी तरह से तानाशाही है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम रुकने वाले नहीं है। केंद्र सरकार के खिलाफ यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस घटना के बाद कहा था, यह हास्यास्पद और अस्वीकार्य है कि एक सांसद मजाक उड़ा रहा है और दूसरा सांसद उस घटना का वीडियो बना रहा है। गिरावट की कोई हद नहीं है। भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, राहुल गांधी को उपराष्ट्रपति का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। ये लोकतंत्र का मजाक है, पूरे देश का मजाक है।