- विवि के इस कोर्स से सराफा बाजार को मिलेगी प्रतिभा
- मेरठ में है ज्वैलरी का अच्छा खासा कारोबार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ में फैशन की बात की जाए तो चाहे आर्टिफिशियल ज्वैलरी हो या फिर सोने-चांदी के आभूषणों हर कोई बेहतर डिजाइन चाहता हैं, मेरठ सोने-चांदी की ज्वैलरी का हब भी कहलाता है। जिसको देखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने ज्वैलरी डिजाइनिंग का कोर्स शुरू करने का फैसला लिया है। ताकि मेरठ के सराफा बाजार को एक नई दिशा देने में वह सफल हो सकें। इतना ही नहीं इससे छात्राओं को भी अपने पैरो में खड़े होने में मदद मिलेगी।
बता दें कि 14 साल पहले वेस्ट एंड रोड स्थित एक इंस्टीट्यूट ने जब ज्वैलरी डिजाइनिंग का कोर्स शुरू किया था। तब इस कोर्स को लेकर लोगो में ज्यादा उत्साह नहीं था। पहले साल जिन छात्राओं ने इसमें एडमिशन लिया था वो आज जयपुर में ज्वैलरी शॉप खोल कर मोटा पैसा कमा रही है। अब विवि ने जिस तरह से पहल की है उसने उन लोगो के लिए रास्ते खोल दिए है जो ज्वैलरी के क्षेत्र में रचनात्मक कार्य करना चाहते हैं।
मेरठ को ज्वैलरी के क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी मंडी कहा जाता है। ऐसे में विवि से कोर्स करके निकले छात्र-छात्राओं को रोजगार मिलने की संभावना भी रहेगी। क्योंकि आज की पीढ़ी ज्वैलरी को लेकर काफी सजग रहती है। सराफा बाजार एसोसिएशन से जुड़े सर्वेश सर्राफ का कहना है कि इस तरह के कोर्स से सराफा बाजार में डिजाइनिंग का काम करने वालों को मौका मिलेगा जिससे उनको रोजगार की दिक्कत नहीं होगी।
क्योंकि सोने और चांदी से इंसान का रिश्ता पूरी जिंदगी रहता है। अगर मेरठ के सराफा बाजार की बात की जाए तो करीब 46 हजार कारीगर ज्वैलरी के कारोबार से जुड़कर काम कर रहे हैं। वहीं इनमें 25 हजार सोने व डायमंड की डिजाइनिंग के काम में है।
बीएफए में भी बना सकते हैं भविष्य
विवि प्रेस प्रवक्ता डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि गुजरात व सूरत की तर्ज पर विवि परिसर में बीएससी ज्वैलरी डिजाइनिंग कोर्स शुरु किया जा रहा है। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छात्र भी ज्वैलरी डिजाइनिंग कोर्स में अपने कॅरियर बना सकेंगे। उन्होंने बताया कि ललित कला विभाग में अभी तक पीजी लेवल की ही पढ़ाई कराई जाती थी, लेकिन अब बैचलर आॅफ फाइन आर्ट डिग्री कोर्स भी शुरु किया जा रहा है।
दोनों कोर्स में 60-60 रहेगी सीटें
विवि प्रशासन ने नए कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया भी शुरु कर दी है। छात्र-छात्राएं विवि के पोर्टल पर जाकर प्रवेश के लिए जानकारी हासिल कर सकते हैं। आॅनलाइन आवेदन करने के साथ ही छात्र-छात्रांए तीन कॉलेजों का चयन कर सकते हैं। जुलाई के अंतिम सप्ताह में विवि की ओर से प्रवेश के लिए पहली मेरिट जारी की जाएगी। दोनों कोर्स के लिए विवि स्तर पर 60-60 सीटें निर्धारित की गई है। बारहवीं पास करने वाले छात्र-छात्राएं इस कोर्स में भाग ले सकते हैं।