अमेरिकी गणतंत्र के 47 वें राष्ट्रपति के लिए चुनावी मुकाबला आहिस्ता-आहिस्ता अंतिम दौर की ओर बढ़ रहा हैं। चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस मैदान में हैं। कमला भारतीय मूल की नेता हैं और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार में उपराष्ट्रपति के पद पर कार्यरत हैं। दोनों प्रत्याशियों के बीच चुनाव को लेकर तल्खी इस कदर बढ़ चुकी है कि पिछले सप्ताह हुई दूसरी प्रेसिडेंसियल बहस में दोनों प्रत्याशियों ने एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा। फिलाडेल्फिया की एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय में रखी गई डिबेट में दोनों प्रत्याशियों ने गर्भपात, गन कंट्रोल, राष्ट्रीय कर्ज, स्वास्थ्य व सामाजिक लाभ, इमिग्रेशन, अर्थव्यवस्था व विदेश नीति से संबंधित अपने-अपने दृष्टिकोण से अमेरिकी जनता को परिचित कराया। डिबेट के बाद हुए सर्वे में 63 फीसदी लोगों ने कहा कि कमला ने ट्रंप से बेहतर परफॉर्म किया जबकि 37 फीसदी लोग ही ट्रंप की परफॉर्मेंस से खुश दिखे।
चुनाव का फैसला करने वाले सात राज्यों यानी स्विंग स्टेटस में भी कमला को ट्रंप के साथ या तो बराबरी की स्थिति में या उनसे थोड़ा आगे दिखाया गया है। अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने की दावेदारी पेश करने वाली कमला में लोगों को एक सभ्य और शालीन देश के राष्ट्रपति की छवि नजर आ रही है। चुनाव 5 नवंबर को होने हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रैसिडेंसियल डिबेट की बड़ी अहम भूमिका होती है। चुनाव के दौरान होने वाली इस तरह कि डिबेट में प्रत्याशी अपना चार वर्ष का एजेंडा व अमेरिका के प्रति अपना विजन मतदाताओं के समक्ष रखते हैं। यह दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट थी। इससे पहले 27 जून को मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन और ट्रंप के बीच पहली डिबेट हुई।
इस डिबेट में जो बाइडन काफी कमजोर साबित हुए। बाइडन की नाम वापसी के बाद राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर डिबेट में शामिल हुई कमला ने बेहतर परफॉर्म किया। उन्होंने ट्रंप को हर मोर्चे पर घेरने की कोशिश की। डिबेट के आंरभ में जब ट्रंप कमला पर भारी पड़ते दिखे तो कमला ने पूरे आत्मविश्वास के साथ दो टूक कह दिया कि वह न तो बाइडेन हैं और ना ही ट्रंप। वह कमला हैरिस है, जिसके पास ऐसा प्लान है जो नए अमरिका का रास्ता खोलेगा। हैरिस के इस आत्मविश्वास और बेबाकपन को दर्शकों ने खूब पंसद किया। कमला ने पूरी बहस पर अपना कंट्रोल बनाए रखा और ऐसी स्थिति पैदा कर की कि पूरे डिबेट के दौरान ट्रंप डिफेंसिव मोड़ में रहे। दोनों नेताओं के बीच हुई इस बहस को 6.75 करोड़ लोगों ने देखा। भले ही बाइडन के खिलाफ बहस में ट्रंप में हावी दिखे, लेकिन दूसरी बहस में कमला ने ट्रंप पर बढ़त बना ली। बहस के दौरान अमेरिका के लोगों को कमला की बातें अधिक पंसद आर्इं। हालांकि, ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने मंगलवार को हैरिस के साथ बहस में जीत हासिल की है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कटरपंथी वामपंथी उम्मीदवार कॉमरेड कमला हैरिस के खिलाफ बहस जीत ली है। इसलिए उन्होंने तुरंत दूसरी बहस की मांग की है।
बहस के दौरान ट्रंप ने दावा किया है कि वह एक दिन में रूस-यूके्रन युद्ध समाप्त करवा सकते हैं। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया की युद्ध रोकने के लिए उनके पास कौनसी जादूई छड़ी है। पश्चिम एशिया भी हिंसा की गिरफ्त में है। ताइवान पर चीन के आक्रमण के हालात में ट्रंप पास क्या योजना है। यह कुछ ऐसे बिन्दू हैं, जिन पर ट्रंप कंन्फूयजन की स्थिति में दिखे। दूसरी ओर विदेश नीति से संबंधित तमाम मसलों पर कमला ने बाइडन की नीतियों का जारी रखने के संकेत दिए। यद्यपि विदेश नीति के मामले में ट्रंप के दृष्टिकोण से अमेरिकी सहमत हैं, पर महिलाओं, अप्रवासियों व विस्थापितों के प्रति उनका नजरिया बेहद प्रतिक्रियाात्मक रहा है, जिसे अमेरिका जैसे मजबूत लोकतांत्रिक राष्ट्र के राष्ट्राध्यक्ष पद के अनुरूप नहीं कहा जा सकता है। कमला ने कई बार कहा कि ट्रंप के पास कोई प्लान नहीं है। वह केवल अपनी और अमीरियत की बातें करते हैं। बहस के अंत में ट्रंप ने बाइडेन को इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति और कमला को सबसे खराब उपराष्ट्रपति बताया। पूर्व राष्ट्रपति ने बाइडेन-हैरिस प्रशासन पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने देश को नष्ट कर दिया है। लाखों अपराधी और मानसिक रूप से विक्षिप्त लोग पूरी तरह से अनियंत्रित और बिना जांच के अमेरिका में घुस रहे हैं और मुद्रास्फिती ने हमारे मध्यम वर्ग को दिवालिया बना दिया है। हम एक ऐसा राष्ट्र हैं, जो गंभीर गिरावट में है। दुनियाभर में हमारा मजाक उड़ाया जा रहा है।
दोनों नेताओं के बीच हुई इस बहस को 6.75 करोड़ लोगों ने देखा। भले ही बाइडन के खिलाफ बहस में ट्रंप हावी दिखे लेकिन दूसरी बहस में कमला ने ट्रंप पर बढ़त बना ली। बहस के दौरान अमेरिका के लोगों को कमला की बातें अधिक पंसद आर्इं। बहस के 24 घंटे के अंदर ही उन्हें 47 मिलियन अमेरिकी डॉलर का चंदा मिला। उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से यह उनकी अब तक की सबसे मजबूत फंडरेंजिंग परफॉर्मेंस है। एक समय ऐसा था जब लग रहा था कि ट्रंप दोबारा व्हाइट हाउस में जा सकते हैं। ट्रंप भी अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे। लेकिन कमला हैरिस की मजबूत उम्मीदवारी के बाद उनकी जीत का अंतराल कम होता दिख रहा है। हालांकि चुनाव सर्वे में ट्रंप अभी भी आगे दिख रहे हैं। लेकिन दोनों ही प्रत्याशियों की स्थिति ऐसी नहीं है कि भारी अंतराल से जीत की भविष्यवाणी की जा सकें। चुनाव का परिणाम चाहे जो भी आए लेकिन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सैन्य शक्ति वाले देश में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे दुनिया के लिए निर्णायक होंगे।