- फाउंडेशन बनाने के लिए बन डैम जैसा गड्डा बना खतरा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कमेला पुल का निर्माण क्षेत्रीय लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। पुल निर्माण के चलते जहां हापुड़ रोड पर चलने वाले आॅटो और ई रिक्शा शास्त्री नगर सेक्टर 9, 10 व 11 से गुरुद्वारा रोड, जैदी फॉर्म व नौचन्दी होकर पुन: हापुड़ रोड पर पहुंच रहे हैं वहीं शास्त्री नगर के लोग इन आॅटो व ई रिक्शा के बेतरतीब संचालन से परेशान हैं।
उधर, बारिश के चलते जहां कमेला पुल पर काम प्रभावित हुआ है वहीं इस पुल पर दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। इस समय कमेला पुल पर पहले बनाए गए स्लैब पर से ट्रैफिक का संचालन शुरु हो चुका है, लेकिन दूसरी तरफ खोदे गए डैम रुपी गड्डे की गहराई पुल से गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए खतरा बन गई है, क्योंकि पुल पर डैम रुपी गड्डे की तरफ कोई ऐसी बाउंड्री वॉल अथवा कोई रुकावट नहीं बनाई गई
जिससे लोग पूरी तरह बेफिक्री और सुरक्षित रुप से पुल पार कर सकें। दो दिनों से हो रही बारिश के चलते इस पुल पर इतनी कीचड़ है कि दो पहिया वाहन चालकों को गुजरने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हापुड़ रोड के चौड़ीकरण से पूर्व लोक निर्माण विभाग पुराने कमेले पर पुल चौड़ीकरण (नए पुल) का कार्य कर रहा है। इस नए पुल के निर्माण पर कुल साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत आएगी।
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि इस पुल का निर्माण कार्य नवम्बर माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि पुल निर्माण के चलते हापुड़ रोड पर हापुड़ चुंगी की ओर से हापुड़ स्टैण्ड की ओर जाने वाले बडेÞ वाहन पीवीएस व गढ़ रोड अथवा शास्त्री नगर से निकलते हुए हापुड़ स्टैण्ड की ओर जा रहे हैं।