जनवाणी ब्यूरो |
शामली: जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों को बिना रूकावट के शिक्षा और उनके अच्छे भविष्य के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला वरदान है।
डीएम जसजीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में कमजोर वर्ग की बेटियों की पढ़ाई का खर्च सरकार वहन करती है। इस योजना के तहत बेटी के जन्म के समय 2 हजार रुपये, एक साल का टीकाकरण पूरा करने के बाद 1 हजार रुपये, पहली कक्षा में दाखिले के समय 2 हजार रुपये, छठी कक्षा में आने पर 2 हजार रुपये और नौवीं कक्षा मे दाखिले के समय 3 हजार रुपये दिये जाते है।
10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करके या दो साल के किसी डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने पर 5 हजार रुपये की मदद दी जाती है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना आर्थिक रूप से गरीब परिवारों के लोगो के लिए शुरू की गयी हैं। जिसकी सालाना आमदनी 3 लाख रुपये या फिर इससे कम होनी चाहिए।
एक परिवार से ज्यादा से ज्यादा दो बालिकाओं को योजना का लाभ मिलेगा। अगर किसी महिला को जुडवां बच्चियां होती है और इसके बाद तीसरी सन्तान भी बेटी होती है तो तीसरी बेटी अलग-अलग चरणों में कुल 15 हजार रुपएं की सहायता प्राप्त होती है। किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो, तो परिवार की जैविक संतानों तथा विधिक रूप में लोद ली गई संतानों को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाये ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
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