- जहां सेटिंग-गेटिंग वहां संचालकों को संयम बरतने की हिदायत की चर्चा गरम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आखिर टूटी पुलिस की नींद, आखिरकार पुलिस की नींद टूट ही गयी। मसाज पार्लर व स्पा के नाम पर शहर भर में जगह-जगह कुछ मसाज पार्लर या कहें स्पा सेंटरों में खुलेआम करायी जा रही जिस्म फरोशी के ठिकानों पर पुलिस ने कार्रवाई की शुरुआत कर दी। हालांकि जो कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने किया है उस पर इतराने की जरूरत नहीं।
दरअसल, थाना सदर बाजार पुलिस ने आबूलेन से सटे आबूप्लाजा और कैंटोनमेंट हॉस्पिटल बेगमपुल दिल्ली रोड पर जिस्म फरोशी के लिए खुले गए बताए जाते ऐसे ही दो स्पा सेंटरों पर यलगार करते हुए उन्हें बंद करा दिया है, लेकिन स्पा के नाम पर जगह-जगह चलायी जा रही जिस्म फरोशी की इन मंडियों के खिलाफ पुलिस जब तक सोतीगंज के कबाड़ियों की तर्ज पर आॅपरेशन के रूप में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं करेगी तब तक सोसाइटी को इस गंदे धंधे से राहत की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। सदर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो स्पा सेंटर भले ही बंद करा दिए हों,
लेकिन इसकी शुरुआत करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट की मनोज चौधरी की यदि मानें तो उन्होंने जो लिस्ट मुहैय्या करायी है उसमें तो सदर इलाके में कई अन्य ठिकानों तथा लिस्ट के इतर भी कई स्पा सेंटर चल रहे हैं। इनके बारे में सुनने में आया है कि मसाज का तो नाम भर है, दरअसल इनमे खुलेआम अश्लीलता परोसने का काम किया जा रहा है और कुछ नहीं।
जनवाणी ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी खबर
दरअसल, बीते सप्ताह सामाजिक दायित्वों के प्रति पूरी तरह सजग जनवाणी ने ही स्पा के नाम पर शहर में कुछ स्थानों पर जिस्म फरोशी की इन दुकानों को लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। जिस्म फरोशी की इन दुकानों के खिलाफ जो लड़ाई आरटीआई एक्टिवस्ट मनोज चौधरी ने शुरू की है, उसमें जनवाणी मद्दगार बना और इसका नतीजा यह हुआ कि थाना सदर बाजार पुलिस ने जनवाणी में प्रकाशित समाचार का संज्ञान लेकर इलाके में बुरी तरह से बदनाम स्पा सेंटरों को बंद कराने का काम किया।
अभी शुरुआत, सफर काफी लंबा
सदर पुलिस ने आबूलेन आबूप्लाजा और कैंटोनमेंट हॉस्पिटल बेगमपुल दिल्ली रोड के दो स्पा सेंटर बंद कराए हैं इन्हें शुरुआत भर ही माना जा सकत है, लेकिन सफर अभी काफी लंबा है और कठिन भी। कठिन इसलिए माना जा रहा है कि कुछ स्पा सेंटर ऐसे हैं जिसके बारे में सुनने में आया है कि उन्हें सफेदपोशों का संरक्षण हासिल है।
लालकुर्ती थाना के बेगमपुल इलाके में स्थित जिस्म फरोशी के लिए शहरभर में बदनाम बताए जा रहे एक ऐसे ही स्पा सेंटर जिसके बारे में चर्चा है कि खुद को भाजपा का नेता बताने वाला युवक संचालित कर रहा है। इसी तरह से शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में भी स्पा के नाम पर खोली गयी जिस्म फरोशी की दुकान के पीछे एक व्यापारी नेता का नाम लिया जा रहा है। इस व्यापारी नेता ने मोटी कमाई के लालच में अपनी बिल्डिंग में ही जिस्म फरोशी की दुकान खुलवा दी है।
आउटलेट की तर्ज पर जिस्म फरोशी की दुकानें
जिन्हें स्पा सेंटर कहा जा रहा है उनको लेकर आम धारणा यही है कि दरअसल स्पा सेंटर नहीं बल्कि जिस्म फरोशी के आउटलेट जगह-जगह खुल गए हैं। जो लोग पहले इस काम के लिए दिल्ली या गुड़गांव के स्पा सेंटरों का रूख करते थे, उन्हें अब वहां मिलने वाली तमाम सहूलियतें मेरठ के कुछ स्पा सेंटर यहीं पर वहां से कम रेट में मुहैय्या करा रहे हैं। नई दिल्ली व गुड़गांव के कुछ बदनाम स्पा सेंटरों की तर्ज पर मेरठ में भी जिस्म फरोशी की नुमाइश लगाने वाले स्पा सेंटरों पर जबरदस्त धन वर्षा हो रही है।
शायद यही कारण है जो स्पा सेंटरों के बारे में सुनने में आया है कि महंगे से महंगे किराए पर भवन लेते हैं। उसमें तमाम सुविधा गुड़गांव सरीखे स्पा सेंटरों वाला लुक देने के लिए अधांधुध रकम खर्च करते हैं। सुनना जाता है कि इतना भारी भरकम इन्वेस्ट करने के बाद भी पेशानी पर सिकन तक नहीं आती।
ये हैं ठिकाने
स्पा सेंटरों की यदि बात की जाए तो यूं तो पूरे महानगर मे ये कहीं भी नजर आ जाते हैं, लेकिन जब से स्पा की आड़ में जिस्म फरोशी का धंधा होने की बात सुनने में आयी है। तब से कुछ खास इलाके इनकी पहचान बन गए हैं। इनमें सदर थाना क्षेत्र का आबूलेन, वेस्ट एंड रोड, थापर नगर गुरुद्वारा रोड, काठ का पुल बोम्बे बाजार और आबूलेन व आबू प्लाजा शामिल हैं। लालकुर्ती थाने का बेगमपुल इलाके में कथित भाजपा नेता द्वारा संचालित स्पा सेंटर खासतौर से प्रमुख रूप से शौकीनों के बीच चर्चित है।
इस इलाके में खुद को डाक्टर बताने वाला एक अन्य शख्स के बार में भी इसी प्रकार के जिस्म का धंधा करने की बात सुनने मे आयी थी। शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में व्यापारी नेता की बिल्डिंग में संचालित किया जा रहा स्पा सेंटर भी खासा बदनाम है। गंगानगर डिवाइडर रोड, कंकड़खेडा, शास्त्रीनगर, दिल्ली रोड, टीपीनगर इलाका का बागपत रोड सरीखे तमाम ऐसे इलाके हैं। जहां स्पा सेंटर जिस्म फरोशी मुहैय्या कराने के लिए खासे चर्चा मेंं रहते हैं।
जवाब में पुलिस की ना
स्पा सेंटरों की आड़ में जिस्म फरोशी की दुकानें चलाने वालो को लेकर सिस्टम को जगाने की कोशिश में लगे आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज चौधरी बताते हैं कि महानगर में भले ही जगह-जगह जिस्म फरोशी के आउटलेट सजे हों, लेकिन सूचना के अधिकारी अधिनियम 2006 के तहत मांगी गयी जानकारी की यदि बात की जाए तो तमाम थाना पुलिस ने अपने यहां इस प्रकार के किसी चीज के होने से साफ इंकार किया है। मनोज चौधरी का कहना है कि आरटीआई के तहत दी गयी जानकारी को झूठ का पुलिंदा न कहें तो और क्या कहें। जगह-जगह तमाम थाना क्षेत्रों में स्पा सेंटर चल रहे हैं और पुलिस इंकार कर रही है। यह तो ना इंसाफी है।
ये कहना है एडीएम सिटी का
इस संबंध में एडीएम सिटी ब्रिजेश कुमार सिंह से जब सवाल किया गया था तो उन्होंने बताया कि स्पा सेंटर खोलने के लिए किसी प्रकार के अलग से लाइसेंस जैसी व्यवस्था तो नहीं है, लेकिन स्पा की आड़ में यदि कोई कुछ गलत कर रहा है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई कठोर की जाएगी।