- सुबह चार बजे से देर शाम तक जारी रहा खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला
- गुरु गोरखनाथ के जयकारे से गूंजता रहा पूरा मंदिर परिसर
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ/गोरखपुर: मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाथपंथ के विश्व विख्यात गोरखनाथ मंदिर में शिवावतारी बाबा गोरखनाथ को आस्था की खिचड़ी निवेदित कर लोकमंगल की कामना की। गोरक्षपीठाधीश्वर द्वारा खिचड़ी अर्पित करने के बाद मंदिर के कपाट जनमानस के लिए खोल दिए गए। बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान सुरक्षा और कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरा ख्याल रखा गया।
मकर संक्रांति पर शनिवार को ब्रह्मबेला में गोरक्षपीठाधीश्वर ने गुरु गोरखनाथ की विशेष आराधना के बीच खिचड़ी भोग अर्पित किया। इसके बाद सुख समृद्धि एवं अरोग्य की मंगलकामना को लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और पड़ोसी राज्य नेपाल तक से आए श्रद्धालुओं ने सुबह चार बजे से कतारबद्ध होकर भगवान गोरखनाथ को श्रद्धा की खिचड़ी निवेदित की। साथ ही मंदिर परिसर में स्थित सभी देवी-देवताओं का पूजन कर, ब्रह्मलीन महंत बाबा गंभीरनाथ, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद लिया। यह क्रम देर शाम तक जारी रहा। इस दौरान समूचा मंदिर परिसर गुरु गोरखनाथ के जयकारे से गूंजता रहा। खिचड़ी चढाने के साथ ही श्रद्धालुओं ने परिसर में लगे भव्य मेले का भी आनंद उठाया।
सामाजिक समरसता का प्रतीक है गोरखनाथ मंदिर का खिचड़ी मेला
गोरखनाथ का खिचड़ी मेला लोकश्रद्धा भाव के साथ सामाजिक समरसता का भी मेला है। अमीर-गरीब सभी नंगे पाव कतारबद्ध होकर बारी-बारी भगवान गोरखनाथ को आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ा रहे थे। कोई मुठ्ठी भर श्रद्धा का चावल लेकर आ रहा था तो कोई बोरी भर। पर, भगवान के प्रति भाव सभी का उतना ही था, न जाति का बंधन था न ही धर्म का। इस दौरान गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पांच कोविड हेल्प डेस्क से निरंतर श्रद्धालुओं को मास्क और सैनेटाइजर का वितरण भी किया गया।
खिचड़ी का प्रसाद सहभोज में श्रद्धालुओ ने किया ग्रहण
शनिवार को मंदिर परिसर में श्रद्धा के साथ सभी श्रद्धालुओं को खिचड़ी का प्रसाद सहभोज में वितरित किया। अमरी-गरीब सभी ने जाति वर्ग का भेदभाव भुलाकर खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण किया।