- सोमवार को करेंगे विश्वविद्यालय में ज्वाइन
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को नया कुलपति मिल गया है। राज्यपाल ने नए कुलपति की नियुक्ति करते हुए पूर्व सदस्य कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल डॉ. कृष्ण कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। कृष्ण कुमार सिंह चार सदस्य किसी वैज्ञानिक चयन मंडल रह चुके हैं। अप्रैल माह में ही उनका कार्यकाल पूरा हुआ है।
इससे पहले वह करीब चार साल तक सेंट्रल एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेज में भोपाल में डायरेक्टर रह चुके हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए डॉ. कृष्ण कुमार सिंह को नया कुलपति बनाया नए। कुलपति कृषि विश्वविद्यालय में सोमवार को ज्वाइन करेंगे। उन्होंने बताया कि गवर्नर ने जो उन्हें जिम्मेदारी दी है। उसे कर्मठता के साथ निभाएंगे और और काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के हित में जो काम होगा उसे प्राथमिकता से किया जाएगा। अभी विश्वविद्यालय को चलाने के लिए काफी वैकेंसी खाली पड़ी है। उन्हें भी प्राथमिकता के तौर पर सबसे पहले भरा जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय में टीचिंग के स्टैंडर्ड को भी सुधारा जाएगा। फैकल्टी को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। किसानों और छात्रों के हित में भी काम किया जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालय का जो बजट है, उसे भी बढ़ाया जाएगा।
पारदर्शिता के साथ विश्वविद्यालय में होगी नियुक्ति प्रक्रिया
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ. कृष्ण कुमार का कहना है कि विश्वविद्यालय में सभी को साथ लेकर काम किया जाएगा। विश्वविद्यालयों में जिन लोगों का प्रमोशन रुका हुआ है, उसको भी गति दी जाएगी। खाली पदों को भरा जाएगा और पारदर्शिता के साथ विश्वविद्यालय में नियुक्ति प्रक्रिया होगी। विश्वविद्यालय में इनकम के स्रोत बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा।
विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों की संख्या कैसे बढ़े इसके लिए भी काम किया जाएगा। डॉ. कृष्ण कुमार सोमवार को विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज लेंगे। फोन से हुई वार्ता पर दैनिक जनवाणी से बातचीत करते हुए कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में जो बेहतर विद्यार्थी हैं। उन्हें निखारने के लिए काम किया जाएगा। विश्वविद्यालय में पोस्ट खाली है। जिसके चलते काम नियमित रूप से नहीं होते हैं,
लेकिन उनका प्रयास रहेगा कि वह खाली पदों को भरे और पारदर्शिता के साथ इस कार्य को अंजाम दे। उन पर जो जिम्मेदारी राजभवन द्वारा दी गई है। उस जिम्मेदारी का वह जिम्मेदारी के साथ निर्वाह करेंगे। कुलपति ने स्पष्ट कहा कि सभी लोगों को साथ लेकर चलना उनका नैतिक कर्तव्य होगा।