जनवाणी संवाददाता |
बागपत: बड़ौत में चल शांतिपूर्ण धरने को जबरन खत्म कराने के लिए रात्रि में किसानोंं पर बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किए जाने पर वकीलों ने पुलिस प्रशासन की निंदा की है। वकीलों का कहना है कि इस प्रकार की दमनपूर्ण कार्रवाई से किसानों का मनोबल नहीं टूटेगा। उनका कहना था कि वकीलों का अन्नदाता के साथ खड़े हैं और उनके साथ कंधे से कधा मिलाकर वह यह लड़ाई लडेगे।
गुरूवार को कचहरी परिसर में वकीलों की बैठक हुई। बैठक में बड़ौत धरने को खत्म कराने के लिए की गई दमनपूर्ण कार्रवाई वकीलों ने कड़े शब्दों में निंदा की। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए बबाल के बाद पुलिस प्रशासन ने बड़ौत में चल रहे किसानों को धरने का खत्म कराने के लिए प्रयास शुरू का दिए थे।
बुधवार को धरना समाप्त करने के लिए करने के पुलिस अधिकारियों व किसान नेताओं के बीच घंटों वार्ता चली थी लेकिन किसान धरना खत्म करने के लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद रात्रि में जब किसान धरना स्थल पर गहरी नींद में सोये हुए थे, उसी समय अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे और बिना कोई चेतावनी दिए किसानों पर लाठी चार्ज कर दिया।
जिससे वहां अफरा तफरी मच गई थी और कई बुजुर्ग किसान भी चोटिल हुए थे। वकीलों ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई की कठोर शब्दों में निंदा की है। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सोमेंद्र ढाका ने कहा कि बड़ौत में किसानों के शांतिपूर्ण धरना दे रहे किसानों पर बल प्रयोग करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की दमनात्मक कार्रवाई से किसानों मनोबल नहीं टूटेगा।
पूर्व बार अध्यक्ष जयवीर तोमर ने कहा कि सरकार तो आती जातीरहती हैं लेकिन पुलिस प्रशासन को अपनी निष्पक्षता नहीं छोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने रात्रि में शांतिपूर्वक धरने पर बैठे किसानों पर बल प्रयोग कर निदंनीय कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि वकील अनदाता के साथ हैं। इस अवसर पर मूलचंद यादव, अजित सिंह, नरेंद्र मान, विजय तोमर, सतेंद्र खोखर, प्रदीप नैन, राजकुमार त्यागी, देवेंद्र आर्य, श्यौरान राठी, कपिल पंवार व हरेंद्र तोमर आदि मौजूद थे।