Tuesday, July 9, 2024
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जान कीमती है, लेकिन मजबूरी है

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  • दम तोड़ रही सरकारी की कल्याणकारी योजनाएं, आधारभूत सुविधाओं का घोर अभाव

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: सरकार की ओर से भले ही यह दावे किए जाते हैं कि 108 नंबर तक फोन करते हुए तत्काल गर्भवती महिला या मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा कुछ ही मिनटों में उपलब्ध करा दी जाएगी, लेकिन राज्य के कई सुदूरवर्ती क्षेत्रों में आज भी आधारभूत सुविधाओं का घोर अभाव है, वहां न तो चार पहिए जा सकते हैं और न ही सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाएं पहुंचती है।

एक ओर सरकार मिशन मोड में अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी है तो दूसरी ओर हालत ऐसी कि खुद कुव्यवस्था बयां हो जाती है। एक बार फिर ऐसा कुछ हुआ कि सवाल उठा लाजिमी ही है।क्रांतिधरा पर एक ऐसा ही दृश्य देखने को मिला। जिसको ‘जनवाणी’ फोटो जर्नलिस्ट ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। एक लाचार व्यक्ति बीमार महिला को एंबुलेंस के अभाव में विक्की पर लोहे का जाल बनाकर उसमें बीमार महिला को बैठाकर अस्पताल ले जा रहे हैं। क्या करें जान कीमती है, लेकिन मजबूरी भी है।

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