- लोग परेशान, दिव्यांगों के लिए नहीं है तीसरी मंजिल पर जाने की व्यवस्था
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कलक्ट्रेट परिसर में ही विकास भवन हैं। विकास भवन की इस बिल्डिंग में 52 से ज्यादा सरकारी आॅफिस हैं। तीन मंजिल तक इसकी बिल्डिंग बनी हुई हैं। प्रथम मंजिल पर सीडीओ भी इसी कैंपस में बने अपने आॅफिस में बैठती हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग अधिकारियों से गुहार लगाने के लिए इसी बिल्डिंग में बने आॅफिस में आते हैं, लेकिन यहां बिल्डिंग पर लगी लिफ्ट खराब पड़ी हैं। जो लंबे समय से प्रयोग में नहीं हैं।
दिव्यांग और वृद्ध भी इस बिल्डिंग में न्याय की गुहार लेकर आते हैं, लेकिन उन्हें जो दिक्कत हो रही हैं, इसको शायद आला अफसर समझ नहीं पा रहे हैं। प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह बुधवार को विकास भवन में कानून व्यवस्था की मीटिंग करने पहुंचे थे। आॅफिस का यदि निरीक्षण करने लगते तो अफसर लिफ्ट खराब हैं, इसके बारे में जवाब क्या देते? खैर, छोडिये लिफ्ट खराब हैं, जिसको चालू करने की दरकार हैं।
ये तो प्रशासनिक अफसरों को लिफ्ट ठीक कराने की दिशा में कदम उठाने होंगे, जिसके बाद ही वृद्ध और आफिस आने वालों को परेशानी से मुक्ति मिल सकती हैं। सरकारी आॅफिसों की जब ये हालत है तो ये ग्रामीण क्षेत्र के विकास में कैसे अग्रेणी हो सकते हैं? जनपद के तमाम गांव सीडीओ आॅफिस से सीधे जुड़े हैं। पास में ही मेडा का आॅफिस हैं, जहां लिफ्ट भी लगी है और दिव्यांग के लिए सीढ़ी के अलावा रैंप भी बना रखा हैं।
ये तमाम सुविधा दिव्यांग के लिए भी दे रखी हैंं, लेकिन सीडीओ आॅफिस में यदि किसी को जाना है तो सीढ़ियों से ही जा सकते हैं। ये सुविधा लिफ्ट की दी गई तो फिर इसको चालू क्यों नहीं किया जा रहा हैं। इसके लिए क्या बजट नहीं हैं। तमाम बजट बनते हैं, लेकिन लिफ्ट ठीक करने के लिए शायद विकास भवन में चल रहे आॅफिसों के पास फूटी कोडी भी नहीं हैं, जिसके चलते लंबे समय से लिफ्ट खराब खड़ी हैं।
जलभराव में फंसा श्रीराम रथ
मेरठ: भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर दूषित जलभराव की समस्या लोगों के लिये काफी समय से नासूर बनी हुई है। बुधवार को दूषित जलभराव के बीच से होकर राम मंदिर प्रचार वाहन रथ का काफिला गुजरा तो लोगों को कहते सुना कि दुर्भायपूर्ण हैं। तमाम भाजपाइयों के द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, जबकि क्षेत्रीय कार्यालय के निकट दूषित जलभराव की समस्या से निजात पर कोई ध्यान नहीं।
बागपत बाइपास पर भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर जलभराव की समस्या स्थानीय लोगों के साथ राहगीरों के लिये काफी समय से नासूर बनी हैं। बुधवार शाम राम मंदिर प्रचार वाहन रथ का काफिला दूषित जलभराव के बीच से होकर गुजरा तो लोगों को कहते सुना कि इस दूषित जलभराव की समस्या की तरफ किसी जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी का ध्यान आखिर क्यों नहीं हैं?
प्रदेशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, जबकि भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर यह जलभराव की समस्या वर्षों से नासूर बनी हुई है। महापौर हरिकांत अहलूवालिया के साथ ही करीब 40 से अधिक पार्षद हैं। भाजपा के राष्टÑीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम, एमएलसी सरोजिनी अग्रवाल समेत भाजपा के तमाम जन प्रतिनिधि क्षेत्रीय कार्यालय पर मीटिंग में शामिल होने के लिये इसी रास्ते से होकर जाते हैं,
लेकिन समस्या के समाधान की तरफ उनका ध्यान आज तक नहीं पहुंच सका। बुधवार शाम दूषित जलभराव से होकर राम मंदिर प्रचार वाहन रथ गुजरा तो लोगों काफी दुर्भाग्यपूर्ण लगा। कम से कम राम मंदिर उद्घाटन से पूर्व कुछ दिनों के लिये मुख्य मार्ग से दूषित पानी का जलभराव के पानी की समस्या से निजात मिल सके। उधर, बागपत बाइपास पर ही गंगा कॉलोनी में नाली व नालों के चोक होने के कारण सड़क पर दूषित पानी की समस्या स्थानीय लोगों के साथ राहगीरों के लिये परेशानी का सबब बनी हुई है।