जनवाणी संवाददाता |
हरिद्वार: बहादराबाद टोल प्लाजा पर यूपी पुलिस के सिपाही के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को ऋषिकेश के गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मेरठ निवासी उप्र पुलिस का सिपाही वीर सिंह 12 अक्टूबर की रात्रि को अपनी स्विफ्ट कार से अपने परिवार के साथ हरिद्वार से मेरठ वापस जा रहा था। जब वह रात में साढे नौ बजे बहदराबाद स्थित टोल प्लाजा पर पहुंचे तो टोल प्लॉजा पर मौजूद कर्मचारी ने टोल फीस 200 रुपये मांगे। इस पर सिपाही ने टोल टैक्स 200 रुपये दिये और टोल प्लॉजाकर्मी ने फीस रसीद दी।
थोड़ा आगे जाने पर सिपाही ने देखा तो वह रसीद फर्जी थी। जिस पर किसी और गाड़ी का नंबर डाला गया था। इसके बाद उन्होंने वापस आकर टोल पर उक्त फर्जी रसीद के संबंध में पूछताछ की तो टोल प्लाजा पर मौजूद 10-12 लोगों ने उन पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। जिससे सिपाही घायल हो गया। इसके साथ ही टोल प्लॉजा के कर्मचारियों ने गाड़ी मे तोड़-फोड़ कर पीड़ित का फोन छीनकर उसकी पत्नी व बच्चों के साथ भी मारपीट की। जिस पर थाना बहादराबाद में प्रभावी धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने 14 अक्तूबर को मारपीट में शामिल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था। घटना का मुख्य आरोपी आदिम मलिक निवासी ग्राम बोंगला मौके से फरार हो गया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर उक्त घटना में संलिप्त अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी जल्द की जायेगी।