जनवाणी संवाददाता |
चाँदपुर: राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन कार्यकर्ताओ ने तहसील में प्रदर्शन कर केंद्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित अध्यादेश लागू किए जाने का जमकर विरोध किया। कार्यकर्ताओं द्वारा इस दौरान राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपकर अध्यादेश लागू न किए जाने की मांग की।
सोमवार को तहसील परिसर पहुंचे राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर किसान विरोधी नीति लागू करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी अध्यादेश लोकसभा में पारित कर किसानों को बर्बाद करने पर तुली है।
वक्ताओं का कहना था कि सरकार किसानों की आय दुगनी करने के नाम पर जो अध्यादेश लागू करना चाह रही है उसके लागू होने से देशों के किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच जाएंगे। केंद्र सरकार छोटे किसानों को मिलने वाली सब्सिडी बंद करने के ताक में लगी है। उधर बिजली के दाम लगातार बढ़ाकर किसानों पर महंगाई की दोहरी मार डाल रही है।
केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों को कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए खेती की छूट देकर किसानों को बेरोजगार करने पर तुली हुई है। ऐसी स्थिति में जहां किसान बेरोजगार होगे, वहीं महंगाई बढ़ जाएगी जिसका असर किसान ही नहीं बल्कि आम आदमी पर पड़ेगा। वक्ताओं ने केंद्र सरकार से खेती में सुधार के नाम पर अध्यादेश लागू करने को किसान विरोधी बताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की। साथ ही बिजली की दरें वापस लेने तथा डीजल पेट्रोल के दाम कम किए जाने की मांग भी की गई। एसडीएम द्वारा ज्ञापन लेने के लिए तहसीलदार को भेजें जाने से किसानों का पारा चढ़ गया।
उन्होंने कहा कि यदि एसडीएम ज्ञापन लेने नहीं आएंगे तो किसान तहसील परिसर में बेमियादी धरना शुरू कर देंगे । किसानों की चेतावनी के बाद ज्ञापन लेने पहुंचे एसडीएम को किसानों ने खरी-खोटी भी सुनाई । बाद में किसानों द्वारा राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को देकर समस्याओं के निदान की मांग की । ज्ञापन सौंपने वालों में हरगुलाल सिंह, बृजपाल सिंह, मुस्तकीम खान, छत्रपाल सिंह, घनश्याम सिंह, अनुज त्यागी, विपिन चौधरी, अनिल कुमार, प्रशांत कुमार, मलखान सिंह, घनश्याम सिंह, शकील अहमद, बिट्टू चौधरी सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे ।