- शिविरों में अव्यवस्था को लेकर भाजपाइयों ने सीएमओ को सुनाई खरीखोटी
- जिला अस्पताल में ओपीडी में शिविर लगाकर की खानापूर्ति करने पर जताई नाराजगी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिन को लेकर मनाए जा रहे सेवा पखवाड़े में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल समेत शहर में चार स्थानों पर लगाए गए शिविरों में अव्यवस्था और प्रोटोकॉल का पालन न करने को लेकर भाजपा के विधायकों, महापौर और अन्य भाजपाइयों ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में जमकर हंगामा किया। उन्होंने सीएमओ को खूब खरी खोटी सुनाई।
दरअसल, पीएम के जन्म दिन को लेकर 17 सितंबर से दो अक्टूबर सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके तहत हर विधानसभा में एक-एक शिविर लगाने के आदेश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने आदेश भी जारी किए थे। सोमवार को पीएल शर्मा हॉस्पिटल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पुलिस लाइन, राजेन्द्र नगर हेल्थ पोस्ट और कंकरखेड़ा उप स्वास्थ्य केन्द्र पर नि:शुल्क स्वास्थ्य और आयुष्मान कार्ड बनाने को शिविर लगाकर मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण, विभिन्न जांच और दवाइयों का वितरण तथा आयुष्मान कार्ड बनाने कार्यक्रम पूर्व से तय किया गया था।
किसी स्थान पर दस बजे तो किसी पर साढ़े दस बजे शिविर का उद्घाटन तय किया गया। इसके लिए भाजपा के विधायकों व मेयर को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। इन शिविरों में न तो विधायकों के प्रोटोकॉल का पालन किया गया और न ही व्यवस्था ही दुरुस्त थी। शिविरों में न तो सीएमओ नजर आए और न ही डिप्टी सीएमओ, हद तो यह है कि पीएल शर्मा अस्पताल में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सुदेश कुमारी भी उद्घाटन के समय शिविर में पहुंची। शिविरों में लोगों के बैठने व पानी की व्यवस्था भी नहीं की गई।
इस अव्यवस्था को देखकर भाजपाई भड़क गए। कैंट विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज, महापौर हरिकांत आहलुवालिया, भाजपा के महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुरात, कमल दत्त शर्मा कार्यकर्ताओं के लाव लश्कर के साथ सीएमओ कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया। उन्होंने सीएमओ खूब खरी खोटी सुनाई। उन्होंने सीएमओ से प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा जारी किए गए आदेश को पढ़कर सुनाने को कहा। सीएमओ ने बताया कि वह राजेन्द्र नगर के शिविर में सुबह दस बजे पहुंचे था, वहां उन्हें बताया गया कि उद्घाटन 11 बजे होगा।
इसके बाद वह पुलिस लाइन के शिविर में पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि 11.30 बजे उद्घाटन होगा। वह काम निपटाने के लिए दफ्तर आ गए थे। कमल दत्त शर्मा ने कहा कि पीएल हॉस्पिटल में ओपीडी के एक छोटे कक्ष में शिविर लगाया और कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया। वहां न तो मरीजों के बैठने की व्यवस्था थी और न ही पानी की। सीएमओ ने कहा कि जिला अस्पताल की व्यवस्था प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिका डा. सुदेश कुमारी देखती हैं। इसपर भाजपाई भड़क गए उन्होंने कहा कि पूरे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था का जिम्मा सीएमओ का होता है। भारी हंगामे के बीच भाजपाइयों ने कहा कि वह इस मामले में मंडलायुक्त से बात करेंगे और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक करेंगे।
नहीं की कॉल रिसीव
सूत्रों की मानें तो सीएमओ ने यहां तक कह दिया कि उनका तबादला करा दो। माहौल बेहद तलख हो गया और वहां से तमाम भाजपा नेता वापस लौट आए। इसको लेकर सीएमओ से जब संपर्क का प्रयास किया गया तो काल रिसीव नहीं की। महापौर के मोबाइल पर घंटी जाती रही, लेकिन भाजपा के महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज से जरूर बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि शिविर में इंतजामों में कुछ कमियां रह गयी थीं, उसकी बात करने को गए थे। जहां तक चाय की बात है तो उसका उत्तर तो सीएमओ दे सकते हैं।
सीएमओ हाथ जोड़कर बोले मेरा तबादला करा दीजिए
कमलदत्त शर्मा ने गुस्से में सीएमओ से कहा कि वह सरकार के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं, सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्हें यहां रहने नहीं दिया जाएगा। इसपर सीएमओ ने विनमृता से खड़े होेकर हाथ जोड़े और कहा कि मेरा तबादला कर दीजिए, जल्दी करा दीजिए।
कैमरे लगे होना कहकर मत डराओ: मेयर
कैंट विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज जब चिल्लाने लगे तो सीएमओ ने कहा कि सर यहां कैमरे लगे हैं। इसपर महापौर भड़क गए। उन्होंने कहा कि कैमरे लगे होना कहकर हमें मत डराओ। क्या हम शिकायत भी नहीं कर सकते।