Tuesday, July 9, 2024
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विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की चिकित्सा संबंधी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया

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जनवाणी संवाददाता |

हरिद्वार: आज कलक्ट्रेट सभागार में आयुष्मान भव योजना एवं डेंगू की रोकथाम के सम्बन्ध में धन सिंह रावत मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा, संस्कृत शिक्षा एवं विद्यालयी शिक्षा की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित हुई।

बैठक में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने डेंगू की रोकथाम एवं आयुष्मान भव योजना के सम्बन्ध में क्या-क्या कदम उठाये गये के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। वहीं, आरकेसिंह ने डेंगू के लक्षण, इसके बचाव तथा इस सम्बन्ध में छिड़काव, फागिंग की स्थिति तथा वर्तमान में जनपद में कितने डेंगू के मरीज हैं, अस्पतालों में कुल कितने बेड हैं आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।

मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य ने बैठक में एक-एक करके सभी जन-प्रतिनिधियों एवं मीडिया प्रतिनिधि सुनील पाण्डेय आदि से डेंगू के सम्बन्ध में पूरी जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में उपलब्ध कुल बेड से 100 बेड डेंगू के लिये आरक्षित करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने निर्देश दिये कि सभी जन-प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित करें तथा उसमें आपसी सहयोग स्थापित करते हुये डेंगू से निपटने की रणनीति तैयार करना सुनिश्चित करें। आयुष्मान भव योजना के सम्बन्ध में बताते हुये मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य ने बताया कि यह योजना पूरे देश में 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक चलाई जा रही है।

इस अभियान के तहत प्रत्येक विधान सभा में रक्तदान शिविर आयोजित किये जायेंगे, इस प्रकार कुल 700 कैम्प लगाये जायेंगे। इसके अन्तर्गत दो लाख का ई रजिस्ट्रेशन होगा, जिसमें से 90 हजार अभी तक अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में 90 लाख आयुष्मान कार्ड बनने हैं, जिनमें से 52 लाख कार्ड बन चुके हैं। उन्होंने बताया कि हर ग्राम सभा का शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड राशन कार्ड के आधार पर बनने हैं।

जिन गांवों व वार्डों के शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बन जायेंगे, उन्हें आयुष्मान ग्राम व आयुष्मान वार्ड घोषित किया जायेगा तथा उन्हें इसके लिये पुरस्कृत भी किया जायेगा। मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य ने यह भी जानकारी दी की इस योजना के तहत एक करोड़ 25 लाख की आभा आईडी बननी है, जिनमें से 55 लाख की आभा आईडी बन चुकी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 तक उत्तराखण्ड को टी0बी0 मुक्त बनाना है।

इस योजना के तहत हर टीबी के मरीज की स्कैनिंग होगी तथा 30 अक्टूबर,2023 तक यह अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि हमें हर ग्राम सभा से अंगदान, नेत्रदान तथा देहदान करवाना है। इसके लिये फार्म भरवाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि अभी तक 1800 लोगों ने अंगदान, 184 लोगों ने देहदान किया है। बैठक में झबरेड़ा विधायक विरेन्द्र कुमार, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी, लक्सर विधायक शहजाद ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य से सम्बन्धित मामलों को प्रमुखता से रखा।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह, एसडीएम लक्सर जीएस चौहान, एसडीएम भगवानपुर जितेन्द्र कुमार, एमएनए रूड़की विजयनाथ शुक्ल, पीडी केएन तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनीष दत्त, जिला मलेरिया अधिकारी गुरूनाम सिंह, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, रेडक्रास सचिव डॉ नरेश चौधरी, भाजपा जिला महामंत्री/उपाध्यक्ष आशू चौधरी, आशुतोष शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत, अधिशासी अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

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