- आज से शुरू होंगे नवरात्र बन रहा खास संयोग
- शहर के मंदिर सजकर हुए तैयार, नौ दिन तक होगी मां की अराधना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: वैसे तो मां जगत जननी मां जगदंबा की सवारी शेर हैं, लेकिन आज से शुरू हो रहे इस शारदीय नवरात्र में वे हाथी पर सवार होकर आ रही है। ज्योतिष के हिसाब से इसे बेहद शुभ माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्य राहुल अग्रवाल का कहना है कि श्रीवत्स योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में मां आगमन विशेष रूप से फलदायी होगा।
इससे लोगों के जीवन में सुख, शांति और समृद्वि आएगी। नवरात्र को लेकर शहर के मंदिर सजकर तैयार हो गए है। शारदीय नवरात्र को शरद नवरात्र भी कहा जाता है। इस साल शारदीय नवरात्र आज से प्रारंभ होकर चार अक्टूबर को नवमी तक रहेंगे। पांच अक्टूबर को विजय दशमी का पर्व मनाया जाएगा। नवरात्रि का पर्व देवी शक्ति मां दुर्गा को समर्पित है। नवरात्रि के नौ दिनों में देवी शक्ति के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।
शारदीय नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक रहती है। नवरात्रि के समय घरों में कलश स्थापित किए जाते हैं। शारदीय नवरात्र में घर-घर में कलश स्थापना कर आदि शक्ति माता भवानी की आराधना होगी लोग इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में भगवान श्रीराम ने रावण का वध करने से पहले देवी शक्ति की अराधना की थी।
घट स्थापना शुभ मुहूर्त
इसबार नवरात्र में प्रथम पूजा प्रतिपदा तिथि के साथ ब्रह्मयोग से युक्त होगी, जिसके चलते नवरात्र अतिशुभ मुहूर्त में शुरू होगा। घट स्थापना की बात करे तो सुबह 6 बजकर 15 मिनट से 7 बजकर 25 मिनट तक उसके पश्वात 9 बजकर 10 मिनट से 3 बजकर 5 मिनट तक रहेगा।