Saturday, October 26, 2024
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कूड़े के खड़े हुए पहाड़, निस्तारण सिफर

  • मंगतपुरम में टेंडर न होने के चलते हालात हुए विकट
  • गांवड़ी स्थित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट, मंगतपुरम में लैगेसी वेस्ट निस्तारण प्लांट
  • लोहिया नगर स्थित कूडेÞ के पहाड़ के निस्तारण का कार्य तेजी से कराने का मामला

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कूड़ा निस्तारण की स्थिति स्पष्ट नहीं होने के चलते कूडेÞ के खड़े हुए पहाड़, निस्तारण सिफर है। फिलहाल निगम के तीन प्रोजेक्ट में से दो बडेÞ प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। जबकि तीसरा प्रोजेक्ट भी एनजीटी की सख्ती के चलते खानापूर्ति के लिए ही संचालित किया जा रहा है। जिसमें गांवड़ी स्थित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट निर्माण का मामला कई वर्षों से अधर में लटका हुआ है।

वहीं, दूसरी तरफ मंगतपुरम में लैगेसी वेस्ट प्लांट के निर्माण का मामला नियम विरुद्ध टेंडर छोडे जाने के आरोप-प्रत्यारोप के बाद फिलहाल अधर में लटका है। निगम की ट्रिपल इंजन सरकार में भी इन प्रोजेक्ट ने अभी तक रफ्तार नहीं पकड़ी है। निगम में ट्रिपल इंजन सरकार बनने के बाद भी कूड़ा निस्तारण के लिए तीन बडेÞ प्रोजेक्ट पर स्थिति अस्पष्ट है। कूड़ा निस्तारण से जुडेÞ जिन प्रोजेक्ट पर अब से कई वर्ष पूर्व निगम को कार्य शुरू कर देना चाहिए था,

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वह अभी तक अधर में लटके हुए है। यह नौबत तो तब है, जबकि दिल्ली की एनजीटी कोर्ट में नगरायुक्त समेत निगम के उन अधिकारियों को कड़ी फटकार लगी जोकि लोहिया नगर के कूड़ा निस्तारण से जुडेÞ हैं। उसके बाद भी निगम के अधिकारियों पर कूड़ा निस्तारण के मामले में कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। बताते हैं कि वर्तमान में इन तीनो प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है।

लोहियानगर कूड़ा निस्तारण प्लांट

  • प्रोजेक्ट-1

नगर निगम के द्वारा हापुड़ रोड स्थित लोहिया नगर में वर्ष 2011 से कूड़ा डाला जा रहा था, लेकिन निस्तारण के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते कूड़े के ढेर पहाड़ के रूप में तब्दील होते चले गए। जिसमें बीवीजी कंपनी को शहर से सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग एकत्रित कर लोहियानगर के डंपिंग ग्राउंड में डालने के लिए टेंडर छोड़ा गया, लेकिन बीवीजी कंपनी द्वारा घरों से अलग-अलग कूड़ा एकत्रित न करके एक ही वाहन में सभी तरह का कूड़ा भरकर लोहिया नगर पहुंचाना शुरू कर दिया गया।

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जिसमें उस कूडेÞ के निस्तारण की जगह कूड़ा अलग-अलग छंटनी करने के लिए प्लांट लगाया गया। जिसमें वर्तमान में 35 से 40 लाख टन कूड़ा वहां पर पड़ा हुआ है। जिसमें तीन-चार वर्ष के भीतर मात्र तीन से चार लाख कूड़े की छंटनी का कार्य हो सका है। जिसमें जर्जर मशीन द्वारा यह छंटनी का कार्य कराया जा रहा है। जिसमें इस प्लांट की क्षमता बढ़ाने की जो निगम की योजना है, वह अधर में लटकी हुई है।

गांवड़ी वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट

  • प्रोजेक्ट-2

गांवड़ी स्थित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के निर्माण के लिए करीब छह वर्ष पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया द्वारा शिलान्यास कराया गया था। जिसमें ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन के अंतर्गत मैसर्स आॅर्गेनिक रीसाइकिलिंग सिस्टम लिमिटेड से अनुबंध किया गया था, लेकिन महापौर बदला तो यह प्रोजेक्ट भी अधर में लटक गया। जबकि इस प्रोजेक्ट पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

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वर्तमान में भी महापौर हरिकांत अहलूवालिया इस प्रोजेक्ट को शुरू कराने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन निगम के अधिकारियों की स्थिति अस्पष्ट होने के कारण यह प्रोजेक्ट अभी तक परवान नहीं चढ़ सका है। जिसमें कंपनी व निगम के बीच मामला कोर्ट में भी चल रहा है, उसके बाद भी निगम के द्वारा नियम विरुद्ध जमीन में खुदाई कराने के बाद कूड़ा डलवाया जा रहा है। अभी इस प्रोजेक्ट को लेकर महापौर व नगरायुक्त के द्वारा शासन को पत्राचार किए जा रहे हैं।

गांवड़ी वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट

  • प्रोजेक्ट-3

मंगतपुरम में बने कूड़े के पहाड़ लैगेसी वेस्ट निस्तारण की मांग को लेकर लोगों ने महापौर हरिकांत अहलूवालिया से मांग की। जिस पर उनके द्वारा समस्या के निस्तारण के लिए टेंडर छुड़वाकर जल्द ही प्लांट के निर्माण की बात कही ताकि लोगों को दुर्गंध से निजात मिल सके, लेकिन निगम द्वारा जो टेंडर छोड़ा गया। उसमें पहले तो यह खेल किया तो पूर्व में जो कूड़ा वहां पड़ा था। उसको सात लाख टन दर्शाया था,

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लेकिन जब टेंडर निकाला गया तो उसमें करीब डेढ़ लाख ही कूड़ा वहां पड़ा होना दर्शाया गया। वहीं जो टेंडर साइट पर अपलोड किया गया वह नियम के अनुसार नहीं किया गया वह काफी देरी से अपलोड किया गया। उधर, टेंडर को खोलने का समय भी मात्र 24 घंटे निर्धारित कर दिया गया। जिस पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई और जनवाणी ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया तो वह अधर में लटक गया। निगम द्वारा अभी न तो उस टेंडर प्रक्रिया को निरस्त किया ओर न ही टेंडर किया गया है

नगर निगम तीनों ही प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है। गांवड़ी के वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट का मामला शासन में चल रहा है। मंगतपुरम के कूड़ा निस्तारण प्लांट का टेंडर जल्द खोला जायेगा, उसकी प्रक्रिया जारी है। निगम में नियमानुसार कार्य इन प्रोजेक्ट पर किया जा रहा है। -डा. हरपाल सिंह, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी

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