Thursday, July 3, 2025
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सैकड़ों बीघा पशु चारागाह की भूमि पर बोई जाएगी नेपियर घास

  • किसानों और पशुपालकों को भा रही नेपियर घास
  • नेपियर घास से भविष्य में कोयला और सीएनजी की तकनीक पर भी चल रहा शोध कार्य

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शासन के निर्देश पर जनपद में पशु चारागाह की भूमि पर नेपियर घास के उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है, जिसमें शासन की सख्ती के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा अभी तक पशु चारागाह की भूमि को शत-प्रतिशत खाली नहीं कराया गया है, लेकिन जो भूमि अब तक कब्जा मुक्त हुई है। उस पर नेपियर घास का उत्पाद करने की तैयारी की जा रही है। तहसील प्रशासन द्वारा भूमि को कब्जा मुक्त कर ब्लॉक स्तर पर बीडीओ एवं ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायत को सौंप दी गई है।

अब ग्राम पंचायत स्तर पर चारागाह की भूमि में नेपियर घास की बुआई की जायेगी। यह घास गोशाला में गोवंश के लिए चारे के रूप में इस्तेमाल की जायेगी। वहीं नेपियर घास जहां पशुपालक एवं किसानों के लिए उपयोगी है। भविष्य में घास से कोयला व सीएनजी की तकनीक पर शोध का कार्य चल रहा है।

सदर तहसील में पशु चारागाह भूमि की वर्तमान स्थिति

सदर तहसील क्षेत्र में रिकॉर्ड के अनुसार 78 हेक्टेयर भूमि दर्ज है। जिसमें शासन की सख्ती के बाद पशु चारागाह की भूमि में नेपियर घास के उत्पाद को लेकर अभी तक तहसील प्रशासन द्वारा 17 हेक्टेयर भूमि ही कब्जा मुक्त कराई जा सकी है। बाकी 60 हेक्टेयर भूमि पर अब भी अवैध कब्जा बरकरार है। जिसमें कुछ भूमि के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं, लेकिन कुछ भूमि पर बिना कोर्ट में मामला विचाराधीन के ही लोगों के द्वारा कब्जा किया हुआ है, लेकिन वह भूमि कब्जा मुक्त नहीं कराई जा सकी, यह बड़ा सवाल है।

सरधना तहसील में पशु चारागाह भूमि की वर्तमान स्थिति

सरधना तहसील क्षेत्र में रिकॉर्ड के अनुसार 297 हेक्टेयर भूमि दर्ज है। जिसमें एक वर्ष के अंदर करीब 73 हेक्टेयर भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है। ताकि गोशाला में जो पशु हैं, उनके चारे के लिए इस भूमि पर नेपियर घास का उत्पाद ग्राम पंचायत स्तर पर किया जायेगा। जिसमें वर्तमान में 45 हेक्टेयर भूमि पर वर्तमान में भी अवैध कब्जा है।

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जिसमें इस 45 हेक्टेयर भूमि का कहीं कोई में कोई वाद-विवाद नहीं चल रहा है। जबकि करीब 179 हेक्टेयर भूमि का विवाद कोर्ट में चल रहा है। पशु चारागाह की सबसे अधिक भूमि भामौरी व अटेरना ग्राम पंचायत में हैं। जिसमें दोनों गांव में करीब 200 बीघा भूमि हैं।

मवाना तहसील में पशु चारागाह भूमि की वर्तमान स्थिति

मवाना तहसील में करीब 700 बीघा भूमि पशु चारागाह की है। जिसमें शासन के निर्देश पर चारागाह की भूमि में नेपियर घास लगाए जाने के लिए अभी तक मात्र 150 बीघा भूमि ही कब्जा मुक्त कराई जा सकी है। जिसमें करीब 500 बीघा से अधिक भूमि पर अब भी अवैध कब्जा बरकरार है। जिसमें देखा जाए तो सबसे अधिक पशु चारागाह की भूमि पर सबसे अधिक कब्जा मवाना व दूसरे नंबर पर सरधना तहसील क्षेत्र में है। जबकि चारागाह की भूमि पर अवैध कब्जे के मामले में सदर तहसील तीसरे नंबर पर है।

शासन के निर्देश पर पशु चारागाह की भूमि पर नेपियर घास लगवाने का कार्य जल्द शुरू कराया जायेगा। सदर तहसील क्षेत्र में भूमि को कब्जा मुक्त कराकर ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दी गई है। जिसमें करीब 17 हेक्टेयर भूमि कब्जा मुक्त कराई गई है। शेष भूमि को कब्जा मुक्त कराने का अभियान जारी है। -ओजस्वी राज, एसडीएम सदर मेरठ।

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