
रिटेल, मैन्यफैक्चरिंग और ई-कॉमर्स इंडस्ट्रीज में तेजी से बढ़ते डिमांड के फलस्वरूप भारत में लॉजिस्टिक्स सेक्टर बड़ी तेज गति से विकास कर रहा है। ग्लोबलाइजेशन और इनफार्मेशन टेक्नॉलजी के तीव्र विकास के कारण भी इस क्षेत्र में निरंतर ही ग्रोथ हो रहा है और यही कारण है कि आनेवाले वर्षों में इस फील्ड में जॉब्स के स्कोप में भी काफी वृद्धि होने की संभावना है।
आपने एमोजॉन, फ्लिपकार्ट, वालमार्ट, अलीबाबा ग्रुप, ई-बे, जेडीडॉट कॉम इत्यादि ई-कॉमर्स कम्पनियों के नाम अवश्य सुना होगा। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये ई-कॉमर्स कंपनियां अपने कस्टमर्स को उनके सामानों और अन्य प्रोडक्टस की सप्लाइ बिना विलंब किए किस प्रकार सुनिश्चित करते हैं। मूल रूप से देखें तो उपर्युक्त इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य कंपनियों के द्वारा उनके ग्राहकों को सामानों की सप्लाइ से लेकर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की होम डिलीवरी और आॅनलाइन शॉपिंग के लिए विशेष मैनेजमेंट और सिस्टमैटिक स्ट्रैटिजी की जरूरत होती है और इसी के परिणामस्वरूप लॉजिस्टिक्स मैनिज्मन्ट के कॉन्सेप्ट का विकास हुआ है।
लॉजिस्टिक्स मैनिज्मन्ट को सामान्य रूप से सप्लाइ चेन मैनेजमेंट भी कहा जाता है। आशय यह है कि लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट का संबंध सामानों की सप्लाइर्र् और डिस्ट्रब्यूशन को आॅर्गनाइज करने से होता है और एक लॉजिस्टिक्स मैनेजर की मुख्य जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना होता है कि सामान की आपूर्ति सही समय, सही जगह और सही कस्टमर को हो।
लॉजिस्टिक्स मैनेजर का जॉब प्रोफाइल
उपभोक्ताओं के द्वारा आॅर्डर किए गए विभिन्न सामानों की राइट टाइम पर राइट कस्टमर्स को डिलीवरी करने को सुनिश्चित करने के साथ एक लॉजिस्टिक्स मैनेजर की मुख्य जॉब प्रोफाइल निम्नांकित है –
- प्रोडक्टस की सप्लाई और डिस्ट्रब्यूशन को कुशलतापूर्वक मैनेज करना।
- कच्चे माल के सप्लायर्स, रिटेलर्स, मैन्यूफैक्चरर्स और उपभोक्ताओं के साथ समन्वय करना और आॅर्डर किए गए प्रोडक्टस को सही समय पर वितरित करना।
- सामानों के स्टॉक, ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट और डिलीवरी टाइम को मैनेज करना।
- स्टाफ और उनकी विभिन्न जिम्मेदारियों को मैनेज करना।
- विभिन्न परियोजनाओं का रोडमैप तैयार करना और सुरक्षा उपायों को क्रियान्वित करना ।
- सप्लायर्स और कस्टमर्स के साथ निगोशिऐट करना।
- नए प्रॉजेक्ट्स और कॉन्ट्रैक्ट के द्वारा बिजनेस के ग्रोथ के लिए योजना बनाना।
लॉजिस्टिक्स मैनेजर के लिए आवश्यक योग्यताएं
लॉजिस्टिक्स मैनेजर की जिम्मेदारियों की राहें आसान नहीं होती हैं। यही कारण है कि इस क्षेत्र में करिअर के रूप में सफलता के लिए एक उम्मीदवार के पास निम्न योग्यताएं अनिवार्य होती हैं –
लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट में करिअर की शुरुआत के लिए अभ्यर्थी का किसी भी स्ट्रीम में किसी मान्यताप्राप्त इंस्टीट्यूट से प्लस टू या ग्रेजुएशन पास की डिग्री अनिवार्य होती है। वैसे यदि गे्रजुएशन बिजनेस, इकनॉमिक्स, कॉमर्स, कंप्यूटर, लैंग्वेज, मैनेजमेंट जैसे विधाओं से किया जाए तो जॉब प्रॉस्पेक्ट्स और भी बेहतर होता है।
रिटेल, वेयरहाउसिंग, स्टोरेज और एडमिनिस्टेशन में वर्किंग अनुभव से करिअर के इस क्षेत्र में बड़ी-बड़ी कामयबियां हासिल करना आसान हो जता है। इसके साथ ही लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट में करिअर निर्माण के लिए अभ्यर्थी को मेहनती और सेल्फ-मोटिवेटेड होने की जरूरत होती है। साथ ही उनमें टाइम मैनेजमेंट, लीडरशिप, एनालिटिकल थिंकिंग, पॉजिटिव एटीट्यूट, निगोशिऐशन स्किल, और विपरीत परिस्थितियों और समय में भी धैर्य के साथ आगे बढ़ते रहने की कला अवश्य होनी चाहिए।
लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट के लिए अनिवार्य कोर्स
लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट के डोमेन में करिअर की शुरुआत करने के लिए कई यूनिवर्सिटी डिप्लोमा लेवल से लेकर पोस्ट गे्रजुएट कोर्स कन्डक्ट करती है। इस फील्ड में बारहवीं पास के बाद सर्टिफिकेट कोर्स भी किया जा सकता है, जिसमें कंडीडेटस को लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट के बेसिक कान्सेप्टस के बारे में शिक्षा दी जाती है। लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट में करिअर की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण कोर्स निम्नांकित हैं-
डिप्लोमा कोर्स
- एडवांस्ड डिप्लोमा इन लॉजिस्टिक्स एण्ड शिपिंग
- एडवांस्ड डिप्लोमा इन लॉजिस्टिक मैनेजमेंट
- एडवांस्ड डिप्लोमा इन सप्लाइ चेन मैनेजमेंट
- पोस्ट्ग्रैजूएट डिप्लोमा इन लॉजिस्टिक्स एण्ड सप्लाइ चेन मैनेजमेंट
- पोस्ट्ग्रैजूएट डिप्लोमा इन मटेरियल्स एण्ड लॉजिस्टिक मैनेजमेंट
बैचलर कोर्स
- बैचलर इन सप्लाइ चेन मैनेजमेंट
- बैचलर आॅफ कॉमर्स इन सप्लाइ चेन मैनेजमेंट
मास्टर कोर्स - एमबीए इन लॉजिस्टिक्स एण्ड सप्लाइ चेन मैनेजमेंट
- एमबीए इन मटेरियल्स एण्ड लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट
लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट में जॉब्स कहां उपलब्ध हैं
लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट के डोमेन में लॉजिस्टिक्स मैनेजर के अतिरिक्त कई विविध जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए बेशुमार जॉब्स उपलब्ध हैं, जो लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट के अंतर्गत कस्टमर्स को उनके द्वारा आॅर्डर किए गए प्रोडक्टस की सप्लाई और डिस्ट्रब्यूशन को सुनिश्चित करते हैं।
इस फील्ड में मुख्य जॉब्स निम्नांकित हैं-
- सप्लाइ चेन मैनेजर
- ट्रांसपोर्टेशन ऐनलिस्ट
- वेयरहाउस लॉजिस्टिक्स मैनेजर
- इंवेन्टरी कंट्रोल मैनेजर
- प्रॉक्युर्मन्ट मैनेजर
- कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटन्टेटिव
- रीटेल प्लैनर
- ट्रांसपोर्ट प्लैनर
- लॉजिस्टिक्स कोआॅर्डिनेटर
- कंस्लटेंटस
- लॉजिस्टिक्स ऐनलिस्ट
- लॉजिस्टिक्स हेड
जॉब्स कहां उपलब्ध हैं
लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट के फील्ड में विभिन्न स्तरों पर जिम्मेदारियों के कुशल और सफलतापूर्वक निर्वाह के लिए अर्थव्यवस्था में निम्नांकित उद्योग और प्रॉडक्शन यूनिट्स योग्य उम्मीदवारों का रीक्रूट्मन्ट करती हैं-
- रिटेल
- मेन्यूफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन यूनिट्स
- फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्ज कम्पनी
- पार्सल और कूरियर
- हेल्थकेयर
- थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स
- फार्मास्यूटिकल्स कंपनियां
- ई-कॉमर्स कंपनियां
- कंस्ट्रक्शन कंपनियां
- फूड इंडस्ट्रीज