- नगर निगम के ठेकेदार ने फर्जी लेटर भेज प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को किया गया गुमराह
- पोल खुलने पर ठेकेदार मामले में कर रहा खुलकर लीपापोती
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अब तक तो नगर निगम के ठेकेदार सिर्फ जनता को ही गुमराह कर अपने स्वार्थ की पूर्ति करते थे, अब यह ठेकेदार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक को गुमराह करने से भी गुरेज नही कर रहे हैं। नगर निगम के ऐसे ही एक ठेकेदार ने सहमति पत्र संशोधन कर फर्जी सहमति आदेश बनाकर एनजीटी के अफसरों तक को गुमराह कर दिया। अब जब पोल खुली तो ठेकेदार मामले की लीपापोती कर नगर निगम कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अपने को पाक साफ साबित करने की कवायद में जुट गया है।
यह मामला नगर निगम से पंजीकृत ठेकेदार मैसर्स विपिन त्यागी किना नगर से जुड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पता चला कि नगर निगम के पंजीकृत ठेकेदार विपिन त्यागी से जुड़ा हुआ है। विपिन त्यागी का खसरा संख्या-221 ग्राम ललसाना में हॉट मिक्स प्लांट स्थापित व संचालित है।
इस पर राज्य बोर्ड द्वारा जलवायु सहमति हॉट मिक्स प्लांट 80 मी.टन प्रतिघंटा वैधता 31 जुलाई 2021 तक निर्गत की गई, लेकिन विपिन त्यागी ने स्वत: कूटरचित तरीके से उपरोक्त सहमति आदेश में फर्जी डिजिटल साइन बनाते हुए फर्जी सहमति जारी कर दया तथा नगर निगम में निर्माण कार्य करने के टेंडर डालने में फर्जी सहमति जलवायु का फर्जी अभिलेख भी जमा कर दिया तथा ओसीएमएमएस पोर्टल पर हॉट मिक्स प्लांट अपलोड होने का दावा किया।
जबकि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उपरोक्त सहमति जलवायु पोर्टल पर अपलोड नहीं की है और न ही इस संबंध में कोई सहमति पत्र तक जारी किया है। इस बात की जानकारी पर जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डा. योगेन्द्र कुमार ने पोर्टल देखा तो फर्जीवाड़े का पता चला। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने गत माह 24 फरवरी को विपिन त्यागी के किना नगर हॉट मिक्स प्लांट स्थापना का निरीक्षण किय जिस पर उद्योग स्वामी विपिन त्यागी द्वारा फर्जी सहमति जलवायु जारी कीगई है।
एनजीटी के क्षेत्रीय अधिकारी डा. योगेन्द्र कुमार ने तत्काल नगर आयुक्त को इस संबंध में पत्र लिखकर विपिन त्यागी के फजीर्वाड़े का खुलासा करते हुए कहा कि फर्जी जलवायु सहमति का प्रमाण पत्र लगाकर निर्माण परियोजना के लिए नगर निगम में टेंडर प्रक्रिया में विपिन त्यागी द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
क्षेत्रीय अधिकारी ने मुख्य पर्यावरण अधिकारी लखनऊ को भी इस संबंध में पत्र लिखकर विपिन त्यागी के हॉट मिक्स प्लांट के खिलाफ वायु प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण अधिनियम-1981 यथा संशोधित की धारा 31ए के अन्तर्गत बंदी आदेश जरी करने तथा उद्योग स्वामी विपिन त्यगी के विरुद्ध पुलिस में उक्त कृत्य की एफआईआर दर्ज कराने को कहा है।
नगर निगम के कंप्यूटर आॅपरेटर को धमकाया
नगर निगम में फर्जी जलवायु सहमति प्रमाण पत्र लगवाने वाले नगर निगम के ठेकेदार विपिन त्यागी के फर्जीवाड़े का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब एनजीटी के क्षेत्रीय अधिकारी के आदेश पर नगर आयुक्त ने जांच के आदेश दिये तो विपिन त्यागी ने नगर निगम के कंप्यूटर आॅपरेटर नीरज पर दबाव डाला कि वह यह लिखकर दे कि उसकी खुद की गलती से अपलोड नहीं कर सका। नीरज ने इस बात से इंकार किया तो विपिन त्यागी ने उसे धमकी तक दे डाली।
नगरायुक्त ने दी चीफ इंजीनियर को जांच
नगर आयुक्त मनीष बंसल द्वारा क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी के पत्र पर मुख्य अभियंता निर्माण को आदेश जारी कर कहा है कि संशोधन फर्जी सहमति आदेश बनाने के प्रकरण में समस्त प्लांटों का सत्यापन क्षेत्रीय अधिकारी से कराना सुनिश्चित करें।