- 2023 में पूरा होना था हाइवे, लेकिन अब भी अधूरा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ से गढ़ के बीच करीब 50 किमी लंबा हाइवे 709 का चौड़ीकरण लंबा खींच रहा हैं। हाइवे के निर्माण में जो तेजी आनी चाहिए थी, वो नहीं आ रही हैं। निर्धारित समय के भीतर ये हाइवे तैयार नहीं कर पा रहे हैं। इसमें एनएचएआई की विफलता साफ झलक रही हैं। इसका निर्माण कार्य 2023 के मध्य पूरा किया जाना था, जो नहीं हो पाया। वर्तमान में निर्माण कार्य 16 माह की देरी से चल रहा है। अब शासन स्तर से निगरानी के कारण चौड़ीकरण तेजी से पूरा करने और वर्ष 2024 के अंत तक फाइनल करने के लिए कहा गया हैं। अब देखना यह है कि इस वर्ष ये कार्य पूरा हो पाएगा या फिर नहीं।
मेरठ-गढ़ हाइवे-709ए के चौड़ीकरण का कार्य अब तेज हो गया है। सड़क निर्माण के साथ हाइवे पर बनाए जा रहे चार प्रमुख बाइपास आकार लेने लगे हैं। बरसात के दौरान कार्य में रुकावट जरूर आई थी, लेकिन पिछले 15 दिनों में कार्य ने रफ्तार पकड़ी है। अधिकारियों का दावा है कि अगले वर्ष के मध्य तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कुल 50.18 किमी लंबे मेरठ-गढ़ हाइवे का चौड़ीकरण 955 करोड़ से टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। हाइवे पर गढ़ से मेरठ के बीच कुल लंबाई में 32 किमी क्षेत्र में पुरानी सड़क का ही जीर्णोद्धार किया जाएगा, जबकि 18 किमी सडक बाइपास के रूप में नई बनाई जा रही है। हाइवे के 18 किमी क्षेत्र में नई भूमि का अधिग्रहण करके कार्य किया जा रह है।
इनमें दो बाइपास मेरठ के पास हैं, जो इस मार्ग को दूसरे मार्गों से जोड़ेंगे, जबकि दो बाइपास मेरठ के गांव हसनपुर और किठौर-शाहजहांपुर से गुजरेंगे। भीड़भाड़ अधिक होने और चौड़ीकरण की जगह न होने के कारण यह निर्णय लिया गया था। इनमें हसनपुर और किठौर बाइपास पर तेजी से कार्य चल रहा है। यहां दो फ्लाईओवर का भी निर्माण हो रहा है। एक अमरपुर मार्ग और दूसरा किठौर हापुड़ मार्ग पर शामिल है। किठौर मार्ग बाइपास की बात करें तो यहां मिट्टी भराव और बराबर में नाला निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है और पिलर बनाने का काम चल रहा है। कुल मिलाकर इस रोड पर सबसे लंबे आठ किमी के किठौर बाइपास का काम 40 प्रतिशत कर लिया गया है।
विद्युत लाइन शिफ्टिंग का 95 फीसदी काम पूरा
विद्युत लाइन शिफ्टिंग का 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। हाइवे पर कुल 15 अंडरपास, तीन फ्लाईओवर, आठ पुल, एक रेलवे ओवर ब्रिज व कुल 51 पुलिया बनाई जा रही हैं, जिनका 65 प्रतिशत कार्य पूरा है।
बरनावा-दौराला मार्ग का भी होगा चौड़ीकरण
बरनावा-दौराला मार्ग की भी शासन से स्वीकृति मिल गई हैं। चौड़ीकरण होने के बाद जनता को बड़ी राहत मिलेगी। अभी इस पर ट्रैफिक ज्यादा हैं, लेकिन चौड़ीकरण नहीं होने से दिक्कत आ रही थी। फिर सरधना-दौराला गंगनहर पर सेतु निगम ने पुल का निर्माण भी पूरा कर दिया हैं। इस पुल से वाहनों का आवागमन भी आरंभ हो गया हैं। ऐसे में चौड़ीकरण होने से बड़ी समस्या से जनता को राहत मिलेगी। दौराला और सरधना मार्ग पर लगभग 3.71 करोड़ रुपये से नवीनीकरण का कार्य होगा। दौराला बरनावा भाग का सामान्य मरम्मत के साथ नवीनीकरण कार्य किया जाएगा।