जनवाणी संवाददाता |
ऊन/ झिंझाना: चौसाना क्षेत्र के गांव जिजौला में रात्रि के समय दीवार गिरने से एक परिवार के नौ लोग मलबे के नीचे दब गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचें। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
गांव जिजौला निवासी इकराम व यासीन अपने परिवार के साथ सीमेंट की चादर से छप्पर नुमा बने मकान में सो रहे थे। मंगलवार/ बुधवार की रात्रि सुबह करीब 3 बजे अचानक मकान की दीवारें भरभरा कर गिर गई जिससे मकान में सो रहे सभी परिजन मलबे के नीचे दब गए।
चीख-पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग वहां पहुंचें तथा मलबे से घायलों को बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायल यासीन, मुनिफा, शकीला, इकराम, इकबाल, अब्दुल्ला, अदनान को सरकारी अस्पताल भिजवा, जहां से उनकी हालत गंभीर देखते हुए मुजफ्फरनगर रेफर कर दिया गया।
पीड़ित परिजनों ने ग्राम प्रधान आमिर व उसके साथियों पर दीवार गिराने का आरोप लगाया है। इस संबंध में ग्राम प्रधान आमिर ने बताया कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उक्त लोगों ने ग्राम सभा की खसरा नंबर 271, 297 म खलियान, 295 म तालाब की करीब 9 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है जिसकी शिकायत की गई थी।
शिकायत पर तहसीलदार ने करीब 4 बीघा भूमि कब्जा मुक्त करा दी थी जबकि 5 बीघा भूमि पर उक्त लोगों ने रात्रि में अस्थाई निर्माण कर कब्जा किया था, जो अचानक गिर गया। इसके अलावा करीब 3 वर्ष पूर्व तत्कालीन लेखपाल कृष्णपाल ने यासीन पुत्र इलियास के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया था।
चौकी प्रभारी समयपाल अत्री ने बताया कि दीवार गिरने के कारण परिजन घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।