जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: बिगड़ी मौसमी दशाओं के बीच दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार दूसरे दिन शनिवार को जहरीली बनी रही। दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर जैसा बन गया है।
नोएडा लगातार दूसरे दिन देश का सबसे प्रदूषित रहा। शहर में हवा का गुणवत्ता सूचकांक 464 रिकॉर्ड किया गया। वहीं, दिल्ली समेत गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद व गुरुग्राम की हवा भी गंभीर स्तर में बनी रही।
सड़कों पर पूरे दिन धुंधलका छाया रहा। इससे आम लोगों को इसमें सांस तक लेने में परेशानी हो रही है। पर्यावरण पर काम करने वाली एजेसियों का कहना है कि अगले पांच दिन तक हालात बेहतर होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इस बीच पद्रूषण बेहद खराब से गंभीर स्तर की सीमा रेखा पर बना रहेगा।
उधर, दिल्ली की जहरीली हवा के बाद सक्रिय हुई दिल्ली सरकार ने आपात बैठक बुलाई। हालात नाजुक देखते हुए इसमें फैसला किया गया कि सोमवार से एक हफ्ते तक स्कूल बंद रहेंगे।
हर निर्माण गतिविधि 17 नवंबर तक नहीं चलेगी। सरकारी दफ्तरों के लिए वर्क फ्रॉम होम करने के साथ निजी दफ्तर संचालकों को सलाह दी गई है कि वह भी इसे बढ़ावा दें।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन के बारे में सुप्रीम कोर्ट के सुझाव पर विचार किया गया है। दिल्ली सरकार अदालत में अपना पक्ष रखेगी।
पर्यावरण निगरानी अनुसंधान केंद्र के मुताबिक, प्रदूषण के लिहाज से दिल्ली-एनसीआर की मौसमी दशाएं बेहद खराब हैं। इस दौरान सतह पर चलने वाली हवाओं की चाल धीमी रहेगी, जबकि सुबह, शाम और रात को तकरीबन शांत रहेंगी।
दूसरे कारक भी बेहतर नहीं हैं। इससे अगले दो दिनों में हवा की गुणवत्ता में ज्यादा सुधार होने की उम्मीद नहीं है। प्रदूषण बेहद खराब और गंभीर स्तर की सीमा रेखा पर बना रहेगा। इसके बाद बृहस्पतिवार तक ज्यादा बेहतरी की उम्मीद नहीं है। सबसे प्रभावी प्रदूषक पीएम2.5 रहेगा।
सफर का कहना है कि बीते दो दिनों की तरह शनिवार को भी दिल्ली पहुंचने वाली हवाओं की दिशा उत्तर पश्चिमी रही। दिन में इसकी चाल 8-10 घंटा प्रतिकिमी थी। वहीं, सुबह, शाम व रात को तकरीबन शांत पड़ गई।
मिक्सिंग हाइट 1300 मीटर थी। इससे वेंटिलेशन इंडेक्स 7500 वर्ग मीटर/ सेंकेड चला गया। इस दौरान आसमान भी साफ था। दूसरी तरफ पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के 3157 मामले रिकार्ड किए गए।
ऊपरी सतह पर चलने वाली हवाओं तेज से दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा 31 फीसदी के करीब बना रहा। इस सबका नतीजा यह रहा कि दिन भर स्मॉग की चादर छाई रही।
अगले दो दिन गंभीर बनी रहेगी हवा
14 नवंबर को सतह पर चलने वाली हवाएं उत्तर पश्चिमी भारत से दिल्ली पहुंचेगी। दिन में इसकी चाल करीब 6 किमी प्रति घंटा रहेगी। जबकि सुबह, शाम व रात में हवाएं शांत रहेंगी। आसमान साफ रहेगा।
मिक्सिंग हाइट करीब 1.30 किमी पर होगी। इससे वेंटिलेशन इंडेक्स मानक 6000 वर्ग मीटर/ प्रति से नीचे करीब 3500 रहेगा। इस सबसे प्रदूषण घना रहेगा।
15 नवंबर को सतह पर चलने वाली हवाओं की दिशा उत्तरी हो जाएगी। दिन में इसकी चाल 4 किमी प्रति घंटा रहेगी। सुबह, शाम व रात में यह हवा शांत रहेगी। आसमान साफ रहेगा और औसत दर्जे का फॉग पड़ेगा।
मिक्सिंग हाइट 1.30 किमी बनी रहेगी। वेंटिलेशन इंडेक्स 5000 वर्ग मीटर/सेंकेड होगा। इस सबसे हवा की गुणवत्ता बेहद खराब और गंभीर स्तर की सीमा पर रहेगी।
दिल्ली व पड़ोसी शहरों का सूचकांक
- नोएडा: 464
- गुरूग्राम: 441
- ग्रेटर नोएडा: 408
- गाजियाबाद: 441
- फरीदाबाद: 423
- दिल्ली: 437