- चोरी के वाहन कटने के लिये बदनाम सोतीगंज में अब नजारा बदल गया
- गाड़ियों के पार्टस बेचने वाले अब बेच रहे कपड़े, जूते और कोल्ड ड्रिंक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कई दशकों तक चोरी के वाहन कटने के लिये बदनाम सोतीगंज बाजार पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी के कारण गर्त में समा चुका है। इस बदनाम बाजार का जिक्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक कर चुके हों और उस बाजार की दुकानें आठ महीने से बंद चल रही हो उस बाजार का कायाकल्प बदलता हुआ दिख रहा है।
दो पहिया और गाड़ियों के स्पेयर पार्टस बेचने वाले अब दो भागों में बंट चुके हैं। एक ग्रुप जेल की खाक छान रहा है और उसकी करोड़ों की संपत्ति कुर्क हो चुकी है वहीं दूसरा ग्रुप परिवार पालने के लिये दूसरे व्यवसाय में उतर गया है। इनमें से तमाम दुकानों पर कोल्ड ड्रिंक, कपड़े, जूते, घरेलू सामान बिकते हुए दिख रहे हैं।
जिस सोतीगंज से गुजरते समय दुकानों के बाहर गाड़ियों के पार्टस लटके हुए दिखते थे और गाड़ियों के कटने की चर्चाएं हवाओं में गूंजती हुई सुनाई देती थी उस बाजार में अब लेडीज गारमेंटस, टीशर्ट,जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और रोजमर्रा के सामान बिकते हुए दिख रहे है। सोतीगंज के कबाड़ियों को नये धंधे में उतरकर परेशानी तो हो रही है लेकिन इसके अलावा उनके पास कोई चारा भी नहीं है।
प्रशासन पुराने धंधे को शुरू करने की अभी अनुमति नहीं दे रहा है। अधिकांश दुकानें बंद चल रही है। जूते और टीशर्ट बेचने वाले हाजी इलियास ने बताया कि वो पहले कार एसी का काम करते थे, लेकिन अब जूते बेचने पड़ रहे है। शुरुआत में तो ग्राहक आए लेकिन अब खाली बैठना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सोतीगंज में जो लोग चोरी के वाहन काटते थे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिये और ऐसे लोगों के साथ बाजार नहीं है, लेकिन जीएसटी के साथ काम करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैॅ।
सोतीगंज में कभी कपड़े, जूते, घरेलू उपकरण बिकते नहीं देखे गए अब बाजार को बदलने का प्रयास किया जा रहा है और इसके लिये काफी व्यापारी सामने आ रहे हैं लेकिन अभी बाजार गति नहीं पकड़ पाया है। ग्राहकों के इंतजार में व्यापारी बैठे दिखते हैं। इसके पीछे कारण भी है कि कपड़ों और जूतों का मार्केट सदर, लालकुर्ती और बेगमपुल नजदीक है। सोतीगंज को लेकर लोगों की सोच अभी बदली नहीं है।
इन दुकानों में ग्राहकों की कम संख्या परेशानी का सबब बनी हुई है। कास्मेटिक का सामान बेचने वाले व्यापारी का कहना था कि वक्त लगेगा काम को गति पकड़ने में, लेकिन यह काम कभी किया नहीं इस कारण दिक्कतें आ रही हैं। प्लास्टिक का सामान बेचने वाले व्यापारी का कहना था कि सुबह से शाम तक ग्राहकों के इंतजार में रहते हैं। नया काम होने के कारण परेशानी तो है, लेकिन अल्लाह अच्छे दिन भी दिखाएगा।
सोतीगंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष ताहिर ने बताया कि सोतीगंज का व्यापारी बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है। जिन लोगों ने सोतीगंज को बदनाम किया और चोरी का काम किया वो या तो जेल में है या फिर उनकी संपत्ति कुर्क हो चुकी है। जो व्यापारी जीएसटी पर काम कर रहे थे। उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है।
सदर थाने में सभी व्यापारियों के जीएसटी रजिस्टर रखे हुए हैं। मजबूरी में व्यापारियों ने जो दूसरा व्यापार शुरु किया है वो बाजार की स्थिति के कारण चल नहीं पा रहा है। बताया कि एसएसपी और एसपी सिटी से इस बारे में गुहार लगाई गई है कि जो लोग जीएसटी के साथ काम करें उनको अनुमति दी जाए।