- मोहम्मद हाजी इकबाल और महमूद पर भी गिर सकती है गाज
- हाजी के दो बेटे अलीशान और जावेद हो चुके हैं जेल के अंदर
मुख्य संवाददाता |
सहारनपुर: बसपा के पूर्व एमएलसी और खनन कारोबारी हाजी इकबाल बाल्ला की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। मिर्जापुर पुलिस ने हाजी इकबाल के जिस बेटे को कल गिरफ्ताह किया है, वह हिस्ट्रीशीटर है। उस पर गंभीर मामले दर्ज हैं।
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हाजी के बेटे जावेद से पहले उसका एक और बेटा अलीशान भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फिलहाल, अब हाजी इकबाल और उसके भाई महमूद की गिरफ्तारी भी संभावित है।
सपा की सरकार में अकूत संपत्ति के मालिक बन बैठे हाजी इकबाल पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। ईडी, सीबीआई का शिकंजा तो हाजी पर था ही, अब एसआईटी ने भी खनन माफिया हाजी इकबाल पर शिकंजा कस दिया है। कुछ दिनों पहले हाजी के मुंशी को पुलिस ने जेल भेज दिया और हाजी इकबाल की करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति को जब्त कर लिया।
यही नहीं हाजी इकबाल के बेटे अलीशान को दिल्ली के लाजपतनगर से गिरफ्तार कर लिया गया था। उस पर भी कई गंभीर मामले दर्ज हैं। एक रोज पहले मिर्जापुर पुलिस ने हाजी इकबाल के बेटे जावेद को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जावेद पर जमीन की धोखाधड़ी, जबरन वसूली, गवाहों को डराने-धमकाने सहित कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। जावेद भी वांछित चल रहा था।
बता दें कि एसएसपी आकाश तोमर ने सहारनपुर में चार्ज लेने के साथ ही हाजी इकबाल पर शिकंजा कस दिया था। हाजी से संबंधित तमाम मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। जो लगातार हाजी इकबाल के मामलों की जांच कर रही थी। जांच में हाजी इकबाल के करोड़पति मुंशी नसीम के पास 600 बीघा अवैध संपत्ति और तीन चीनी मिल सामने आई थी। मिजार्पुर पुलिस ने जावेद को 23 जुलाई 2018 को भी गिरोहबंद अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मई माह में ही हाजी इकबाल और उसके बेटों वाजिद और जावेद की हिस्ट्रीशीट खोली थी।
इससे पहले अप्रैल में हाजी इकबाल और उसके चारों बेटों के खिलाफ गिरोहबंद अधिनियम के तहत कार्रवाई की थी। हालांकि हाईकोर्ट ने इस मामले में दो माह तक इन पर कोई भी दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा रखी है। यह भी बता दें कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने साल 2019 में हाजी इकबाल के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
जांच में तमाम अवैध संपत्तियों का खुलासा हुआ था। प्रवर्तन निदेशालय को भी जांच में शामिल किया गया। ईडी की टीम ने भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच शुरू कर सबूत जुटाए। अक्टूबर 2020 में सीबीआई और ईडी की टीम ने पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के घर पर छापेमारी की थी, जहां से करोड़ों की संपत्ति के कागजात और जेवरात मिले थे।
हाजी से जुड़े गंभीर और चर्चित मामले:-
छह जुलाई 2019 में हरियाणा के गुरुग्राम के सुनील मनचंदा की पत्नी किरण मनचंदा ने वाहिद, रविंद्र, हाजी मोहम्मद इकबाल और चार अज्ञात के खिलाफ बंधक बनाने, लूट, गाली गलौच करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।
सात जुलाई 2019 में ही बेहट तहसील के गांव शफीपुर की सविता पत्नी मेघराज के द्वारा जमीन कब्जाने के आरोप में हाजी इकबाल, बेटे वाजिद, जावेद, अलीशान के खिलाफ धोखाधड़ी से जमीन का बैनामा कराने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
20 सितंबर 2019 ग्लोकल कॉलेज के प्रबंधक एवं हाजी इकबाल के बेटे मोहम्मद वाजिद के खिलाफ एमआईसी के मानकों को पूरा न करने, निर्धारित फीस से अधिक फीस वसूलने और दूसरे वर्ष की परीक्षा में एमबीबीएस छात्रों को वंचित रखने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
14 मार्च 2018 में फतेहपुर टांडा के पाल्ला द्वारा उनकी 7.5 बीघा जमीन पर कब्जा करने के आरोप में हाजी इकबाल व उनके बेटों अलीशान, वाजिद, अफजाल, भाई एमएलसी महमूद अली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
-पांच अप्रैल 2018 में उत्तराखंड के हरिद्वार के रानीपुर के राकेश अरोड़ा की 44 बीघा जमीन कब्जाने के आरोप में (यूनिवर्सिटी से सटी हुई जमीन) पर जबरन हाजी इकबाल, उनके भाई और बेटे जावेद अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
23 जुलाई 2018 में जमीन कब्जाने के आरोप को आधार बनाकर पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल और उनके दो पुत्रों जावेद और अलीशान के आलावा भाई महमूद अली के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। जिमसें जावेद को जेल भेजा गया था।
पांच अप्रैल 2017 में उत्तराखंड के सहसपुर के मोहम्मद राशिद के 49 लाख 88 हजार रुपये की धनराशि मांगने पर जान से मारने की धमकी देने एवं धोखाधड़ी के आरोप में धारा 196/17, 420,406, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें हाजी इकबाल, भाई महमूद अली और उनके बेटों पर मुकदमा दर्ज कराय गया था।
दो नवंबर 2017 में तहसील बेहट के हल्का लेखपाल पंकज द्वारा हाजी इकबाल, भाई महमूद अली पर सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था।