- हसनपुरकलां में मेरठ-गढ़ रोड पर हुआ हादसा परिवार में कोहराम
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: मेरठ-गढ़ रोड पर हसनपुर कलां में दो बाइकों की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। हादसे में बाइकों पर सवार तीन में से दो लोग गंभीर घायल हो गए। जिन्हें सरकारी एंबुलेंस से तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इनमें एक को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जवान बेटे की अचानक मौत से परिवार में कोहराम मच गया। हसनपुरकलां निवासी सनी (20) पुत्र महेश बाइक पर किठौर के लिए कहकर निकला था। घर से चंद कदम चलते ही सामने से हैंडपंप लादकर ला रहे बाइक सवारों से उसकी भिड़ंत हो गई।
इस दौरान दोनों बाइकें गिरीं तो सनी के सिर में हैंडपंप लगने और दूसरा बाइक सवार सड़क में सिर लगने से गंभीर घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शी घायलों को सरकारी एंबुलेंस से मेरठ अस्पताल ले गए। वहां डाक्टरों ने सनी को मृत घोषित कर दिया। सनी की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। मां सुमन देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। उधर, हैंडपंप मिस्त्री बताया जा रहा दूसरा बाइक सवार उपचाराधीन है। इंस्पेक्टर ब्रजेश पांडेय ने बताया कि पुलिस ने क्षतिग्रस्त बाइकों को कब्जे में लेकर शव को मोर्चरी भेज दिया है। खबर लिखे जाने तक कोई तहरीर नहीं दी गई थी।
पलक झपकते ही मौत ने मारा झपट्टा
ग्रामीणों ने बताया कि सनी घर से तैयार होकर चंद कदम चला था। उसकी नजर कहीं और थी। इतने में सामने बाइक सवार आ गया। इससे पहले कि वो संभल पाता मौत ने झपट्टा मार दिया। सनी अविवाहित और तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। बीमारी के चलते वर्षों पूर्व उसके पिता की मौत हो चुकी है। सनी की मौत से मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है।
अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक घायल, हालत नाजुक
मेरठ: अज्ञात वाहन की टक्कर से प्राइवेट कंपनी में काम करने वाला एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक काफी देर तक सड़क पर बेहोश पड़ा रहा। कुछ भले लोगों की उस पर नजर पड़ी। उन्होंने उसको संभाला और परिजनों को हादसे की खबर दी। सूचना पर घबराए परिजन मौके पर पहुंचे। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उसकी हालत नाजुक बनी है। एल ब्लॉक शास्त्रीनगर निवासी मन्नू कौशिक पुत्र सुरेश कौशिक एक निजी कंपनी के लिए काम करता है। बुधवार को भी हर रोज की तरह मन्नू काम पर रहा।
रात करीब 12 बजे जब वह बाइक से घर लौट रहा था तो सिविल लाइन थाना क्षेत्र में कमिश्नर आवास के निकट अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर मारकर वाहन चालक भाग गया और मन्नू लहूलुहान सड़क किनारे पड़ा रहा। वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने मन्नू को देखा तो उसे संभाला। पहचान करने के लिए उसकी जेब से मोबाइल निकालकर नंबर खंगाले। डायल नंबरों में मन्नू के भाई मानव का भी नंबर थे। मानव ने फोन उठाया तो राहगीरों ने पूरा मामला उसे बता दिया।
यह भी बताया कि वह मन्नू को लेकर सुशीला जसवंत राय अस्पताल जा रहे हैं। इसके बाद परिजन आनन फानन में अस्पताल पहुंच गये। यहां हालत गंभीर होने पर मन्नू को रेफर कर दिया गया। परिजन मन्नू को लेकर गढ़ रोड काली नदी के निकट अस्पताल आ गए और भर्ती कर दिया। मन्नू की हालत गंभीर बनी है। 24 घंटे बाद भी उसे होश नहीं आया है। परिजनों का कहना है कि वह जल्द सिविल लाइन पुलिस से संपर्क करेंगे ताकि सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस वास्तविक घटना का पता लगा सके।
दारोगा ने बाइक में मारी टक्कर, बाइक सवार का कटा पैर
जानीखुर्द: गुरुवार को चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर कार सवार दारोगा ने रॉग साइड आकर सामने से आ रहे बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार का पैर कटकर अलग हो गया। कस्बा सिवाल खास निवासी आजाद पुत्र मोइनुद्दीन गुरुवार को बाइक से सवार होकर मेरठ जा रहा था।
इस दौरान जैसे ही वह गंगनहर पटरी पर चंदोरा के सामने पहुंचा, शामली में तैनात एक दारोगा ने रॉग साइड आकर जोरदार टक्कर मार दी। कार की टक्कर से आजाद का पैर कट गया। घटना की जानकारी पाकर सिवाल चौकी इंचार्ज विपिन गौतम मयफोर्स के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घायल को मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने घायल का पैर दोबारा जोड़ने की संभावनाओं से इनकार कर दिया।
सांड की टक्कर से घायल ग्रामीण की उपचार के दौरान मौत
फलावदा: थाना क्षेत्र के गांव गगसौना में दो सप्ताह पूर्व आवारा सांड की टक्कर से घायल ग्रामीण की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया। दो सप्ताह पूर्व ग्राम गगसौना निवासी चंद्रपाल दो सप्ताह पूर्व खेतों पर सिंचाई करने जा रहा था। इस दौरान सामने से आए आवारा गोवंश के झुंड में शामिल सांड ने उसे टक्कर मारकर बुरी तरह कुचल दिया। उसका मेरठ के ग्लोबल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था,
लेकिन धनाभाव के कारण फिलहाल उसका इलाज मेरठ मेडिकल में चल रहा था। गुरुवार को चंद्रपाल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को शव सौंप दिया। करीब 53 वर्षीय चंद्रपाल पुत्र बलजीत की मौत होने से उसका परिवार दुखी है। परिजनों ने शव का गांव में अंतिम संस्कार कर दिया। बताया गया है कि चंद्रपाल के इलाज के लिए ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा किया था। फिर भी उसकी जान नहीं बच पाई।