- महिला थाने में हुई सौदेबाजी की जांच एसपी देहात को, वीडियो वायरल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सेना के जवान का नाम मुकदमे से निकालने के लिये महिला थाने की प्रभारी और एक दारोगा ने एक लाख रुपये की मांग की। इस मामले की की वीडियो भी आरोपी पक्ष की तरफ से वायरल कर दी गई। इस मामले की जानकारी जब एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हुई तो उन्होंने एसपी देहात केशव कुमार को जांच सौंप दी है। माना जा रहा है महिला थाने की दारोगा के खिलाफ कार्रवाई तय है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला की शादी छूर गांव में रहने वाले युवक से हुई थी। विवाद के कारण महिला ने कंकरखेड़ा थाने में दहेज उत्पीड़न और देवर पर दुष्कर्म की तहरीर दी थी। महिला का देवर सेना में तैनात है। पुलिस की जांच में दुष्कर्म का मामला झूठा निकला। इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। महिला ने महिला थाने में पति और देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
जांच के लिए महिला एसआइ रितू काजला पहुंची। आसपास के लोगों के बयान दर्ज किए। फिर सेना के जवान से नाम निकालने के लिये महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और दारोगा ने एक लाख रुपये की मांग की। आरोपी पक्ष ने जब पैसे देने में असमर्थता जताई तो उनको जेल जाने की धमकी दी गई। बताया जाता है जब पैसों की मांग की जा रही थी तब आरोपी पक्ष की तरफ से वीडियो और आडियो रिकार्ड कर लिया गया। हालांकि दारोगाओं ने वीडियो बनाने का विरोध किया था, लेकिन तब बहानेबाजी करके इसे टाल दिया गया था।
बाद में आरोपी पक्ष वीडियो और आडियो लेकर एसएसपी प्रभाकर चौधरी से मिला और मदद की गुहार लगाई। एसएसपी ने वीडियो देखा और आडियो सुनने के बाद इस मामले की जांच एसपी देहात केशव कुमार को सौंप दी है। माना जा रहा है कि एसपी देहात की जांच में दारोगाआें पर गाज गिर सकती है। वहीं महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल का कहना है कि उनके थाने में वीडियो बनी है और इस बारे में वो कुछ भी नहीं बोलेंगी।