- यात्रीगण कृपया ध्यान दें: आग लगने की घटना के चलते पांच दर्जन ईटीएम मशीन नष्ट होने से दो-तीन दिन बिगड़ी रहेगी महानगर बस सेवा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सोहराब गेट डिपो परिसर स्थित सिटी बस सेवा संचालन के तीन कक्ष में रविवार सुबह बिजली के तारों से निकली चिंगारी से लगी आग ने महानगर बस सेवा को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस आगजनी की घटना में पांच दर्जन के करीब ईटीएम मशीन जलकर नष्ट हो जाने के कारण सोमवार को सीएनजी से चलने वाली अधिकांश बसों का संचालन बंद कर दिया गया।
इनके स्थान पर हालांकि लखनऊ से 40 ईटीएम मशीनें मेरठ भेज दी गई हैं, लेकिन उनमें सोफ्टवेयर अपडेट नहीं किया जा सका है। जिसके चलते आगामी दो-तीन दिन तक सीएनजी और वोल्वो बसों का संचालन पूरी तरह ठप होने की आशंका बन गई है। इस बीच महानगर और देहात क्षेत्र के विभिन्न मार्गों पर चलने वाले यात्रियों को बसों के संकट का सामना करना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि रविवार सुबह बंदरों के बिजली के तारों पर झूलने के कारण पैदा हुई चिंगारी से वोल्वो बसों की देखरेख के लिए बनाए गए स्टोर रूम, ईटीएम मशीन चार्जिंग रूम और संचालन कक्ष में आग लग जाने से करीब 30 लाख रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। रविवार को पहले यह बताया गया था कि चार्जिंग रूम में दो दर्जन ईटीएम थीं, लेकिन सोमवार को अधिकारियों ने इनकी संख्या पांच दर्जन से अधिक बताई है।
टिकट बनाने वाली इन मशीनों के नष्ट हो जाने के कारण सीएनजी से चलने वाली 90 बसों में से अब केवल 28 ही चल पा रही हैं। इसके अलावा सात वोल्वो बसों को चलाया गया है, लेकिन इन बसों के संचालन में दिक्कत यह है कि 22 फेरे पूरे करने के बाद इन्हें अपडेट करना होता है। एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को चलाई गई 28 में से अधिकतर बसों के 22 फेरे मंगलवार को पूरे हो जाएंगे।
इसी कारण इन बसों का संचालन भी रोेकना पड़ सकता है। संचालन प्रभारी सचिन सक्सेना ने बताया कि ईटीएम नष्ट होने की सूचना पर लखनऊ मुख्यालय से तत्काल 40 मशीनें भेजी गई हैं। लेकिन इनको मेरठ के रूट के हिसाब से सोफ्टवेयर के जरिये अपडेट करना होगा, लेकिन संबंधित कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि आग की घटना में रूम में लगाए गए कम्प्यूटर की हार्डडिस्क भी नष्ट हो गई है। इसी हार्डडिस्क में मेरठ से संबंधित सोफ्टवेयर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अब नए सिरे से सोफ्टवेयर की व्यवस्था कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमें कुछ समय लगने का अनुमान है। इस बीच आने वाले दो-तीन दिन तक मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट बुरी तरह चरमरा जाने की आशंका बन गई है। हालांकि सचिन सक्सेना का कहना है कि दैनिक यात्रियों की सुविधा के लिए सुबह के समय कुछ रूट पर बसों को चलाने का प्रयास रहेगा। ऐसी स्थिति में दैनिक यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में दैनिक यात्री उपलब्ध संसाधनों से गन्तव्य तक पहुंचें, तो बेहतर रहेगा।
बेगमपुल पर फिर हुआ इलेक्ट्रिक बस का ब्रेक डाउन
महानगर बस सेवा के सुचारू संचालन में कोई न कोई बाधा आ रही है। अभी पांच दिन पूर्व लोहियानगर में पैनल में आए फाल्ट के चलते दो दिन तक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन ठप रहा। इस बीच रविवार को सीएनजी और वोल्वो बसों के संचालन से संबंधित तीन कक्षों में लगी आग ने करीब 60 बसों का चक्का जाम कर दिया। सोमवार को संबंधित अधिकारी इन समस्याओं के निदान का प्रयास करते रहे, इसी बीच बेगमपुल पर एक इलेक्ट्रिक बस में आई तकनीकी खराबी के चलते उसमें काफी देर तक यात्री फंसे रहे।
जिन्हें तकनीकी टीम ने फोन पर दिशा-निर्देश देकर परिचालक के माध्यम से मैन्युअली गेट खोलकर बहार निकलवाया। और दूसरी बस की व्यवस्था करके गन्तव्य तक भिजवाया। इस दौरान बेगमपुल पर काफी देर तक जाम की स्थिति बनी रही। बताया गया है कि यह बस भैंसाली बस स्टेशन से जम्बूदीप के लिए चली थी। कुछ देर बाद ही बस बेगमपुल के पास आकर बंद हो गई। जिसके कारण इलेक्ट्रिक बस में मौजूद यात्री भी गेट न खुलने के कारण उसमें फंसे रहे।
रोड के बीच में बस खराब हो जाने से जहां बेगमपुल पर जाम लग गया, वहीं बस में मौजूद यात्रियों में भी खौफ का माहौल बन गया। चालक परिचालक ने तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए तकनीकी टीम को मौके पर बुलवाया। इस बीच टीम के लोगों ने परिचालक के माध्यम से बस के गेट मैन्युअली खुलने की व्यवस्था के लिए निर्देश दिए। जिसके बाद यात्रियों को उतारकर दूसरी बस से जम्बूदीप के लिए रवाना किया गया। बाद में टीम बस को मरम्मत के लिए बेगमपुल से लोहियानगर वर्कशॉप के लिए लेकर गई।