- बदले में आपत्तिजनक पोस्ट डालने की चेतावनी से मचा हड़कंप
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: नगर में समुदाय विशेष के एक युवक ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डाली तो विवाद खड़ा होगया। आरोपी ने धार्मिक गुरु के एडिट फोटो को डाला। मामले में एक संगठन की ओर से आरोपी के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई। गढ़ी खटीकान मोहल्ला निवासी सचिन खटीक ने बताया कि नगर के ईकड़ी रोड बस्ती निवासी समुदाय विशेष के एक युवक ने सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म के धार्मिक गुरु की आपत्तिजनक एडिट फोटो डालकर माहौल खराब करने की कोशिश की है। जिससे हिंदू समाज के लोगों में भारी आक्रोश है।
पोस्ट वायरल हुई तो लोगों में आक्रोश फैल गया। सचिन खटीक ने थाने पहुंच कर आरोपी के खिलाफ तहरीर देते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। बताया कि आरोपी अपनी पहचान छुपाकर हिंदुओं के धार्मिक कार्यक्रम में बैंड लेकर भी जाता है। कार्रवाई नहीं करने पर आरोपी के धर्म से संबंधित आपत्तिजनक पोस्ट डालने की चेतावनी दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी सरफराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी का चालान कर दिया। एसएसआई कविश मलिक ने बताया कि आपत्तिजनक पोस्ट डालने का मामला सामने आया है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
रिश्वत लेने का आरोपी दारोगा दोष मुक्त
मेरठ: न्यायालय अपर जिला जज विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम प्रमोद गंगवार ने रिश्वत लेने के आरोप में आरोपी दारोगा रामसेवक वर्मा पुत्र लालमन प्रसाद वर्मा निवासी जालौन उत्तर प्रदेश को संदेह का लाभ देते हुए दोष मुक्त कर दिया। आरोपी के अधिवक्ता केके पाहवा एवं विक्रांत गिरी ने बताया कि वादी मुकदमा रामवीर पुत्र प्रेम राज सिंह निवासी अलीगढ़ ने आरोपी के खिलाफ थाना सासनी गेट अलीगढ़ में मुकदमा पंजीकृत कराया कि उसके नाती मुकेश को उसके मोहल्ले में रहने वाले सोनू घर से बुलाकर ले गया था।
जिसके देर शाम न लौटने पर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना सासनी गेट अलीगढ़ में पंजीकृत कराने के लिए वादी पहुंचा। जिसकी रिपोर्ट आरोपी दारोगा द्वारा नहीं लिखी गई एवं रिपोर्ट लिखने की एवज में अंकन पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की गई। जिसे भ्रष्टाचार निवारण की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। आरोपी के अधिवक्ता ने न्यायालय में बताया कि आरोपी को मुकदमे झूठा फंसाया जा रहा है और उनके निर्दोष होने के सबूत न्यायालय में पेश किए। न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनकर तथा पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्य को देखकर आरोपी दारोगा को संदेह का लाभ देते हुए दोष मुक्त कर दिया।
शारीरिक शोषण के आरोपी शिक्षक की तलाश में दबिश
जानीखुर्द: थाना क्षेत्र के एक गांव की एक छात्रा ने कॉलेज के एक अध्यापक पर शारीरिक शोषण, अश्लील व अशोभनीय कृत्य करने का आरोप लगाया था। छात्रा की शिकायत पर कॉलेज प्रबंधन ने आरोपी अध्यापक अरुण कुमार को निलंबित कर जांच कमेटी बैठाकर निलंबित कर दिया था। घटना को लेकर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं व परिजनों में भारी आक्रोश है। छात्रा की शिकायत पर कॉलेज प्रबंधन समिति की एक बैठक कर आरोपों पर तत्काल प्रभाव से आरोपी अध्यापक अरुण कुमार को निलंबित की सूचना जिला विद्यालय निरीक्षक को भी भेज दी गई।
वहीं, घटना के बाद से कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं और उनके अभिभावकों में भारी आक्रोश है। उन्होंने आरोपी अध्यापक के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वही कॉलेज के प्रंबधक ने बताया कि छात्रा के आरोप पर अध्यापक को निलंबित कर घटना की जांच के लिये कमेटी बना दी है। आज पुलिस ने आरोपी शिक्षक की तलाश में दबिश दी, लेकिन आरोपी शिक्षक फरार हो गया। घटना में पीड़ित परिवार ने पुलिस में कोई तहरीर नहीं दी। पुलिस पीड़ित परिवार से तहरीर का इंतजार कर रही है।