Friday, July 5, 2024
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नियम ताक पर रख सरपट दौड़ रहे ओवरलोड वाहन

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  • भीड़ में पलटने से बचा गन्नों से भरा ट्रक
  • लोगों के लिए मुसीबत बने ओवरलोड गन्नों के ट्रक

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: सड़कों पर बेधड़क मौत बनकर दौड़ रहे ओवरहाइट गन्ना लदे वाहनों पर जिला प्रशासन सख्ती करने में पूरी तरह से नाकाम दिखाई दे रहा है। कई वाहन सीज होने के बाद भी गन्ना ओवरलोडिंग पर लगाम नहीं लग रही है। कस्बे में ओवरलोड वाहन बेरोकटोक दौड़ रहे हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए न तो विभाग के पास कोई प्लान है और न ही पुलिस विभाग के पास कोई योजना।

ओवरलोड वाहन पकड़े जाने पर थोड़ बहुत जुर्माना भरकर निकलने में कामयाब हो जाते हैं। अब सर्दी का मौसम है। इसलिए सड़कों पर ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रालियों में गन्ना भी ओवरलोड मिलना आम हो गया है। ओवरलोड वाहन सड़कें ही नहीं तोड़ रहे, बल्कि हादसों का भी सबब बन रहे हैं, जिससे लोगों की जान जा रही है।

पैसे के लालच में चालक ट्रकों, ट्रॉलों व ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को इतना ओवरलोड करके चला जाता है कि दूसरे वाहन के निकलने की भी जगह नहीं बचती। कई बार इन ट्रालों के सड़क पर ही पलट जाने से पूरा-पूरा दिन रास्ते ही बंद हो जाते हैं। यह ट्राले इतने ऊंचे लदे होते हैं कि यह सड़क से गुजरते समय बिजली की तारों, केबल आदि को भी तोड़ रहे हैं।
सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड गन्नों के ट्रक लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं।

ओवरलोडिंग के चलते ट्रक पलटने की कगार पर रहते हैं। रविवार को बिनौली रोड पर गन्नों से ओवरलोड भरा एक ट्रक भीड़ में पलटने से बच गया। ट्रक एक ओर पूरी तरह झुक गया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने प्रशासन से ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने की मांग की। गन्नों के ओवरलोड ट्रक सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे हैं। इन ट्रकों से आए दिन हादसे हो रहे हैं।

मगर प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है। रविवार को गन्नों से ओवरलोड भरा एक ट्रक भूनी की ओर से दौराला शुगर मिल जा रहा था। इस दौरान ट्रक जैसे ही बिनौली रोड पर बाजार में पहुंचा तो ओवरलोडिंग के चलते ट्रक एक ओर पूरी तरह झुक गया। ट्रक पलटने की कगार पर पहुंच गया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने ट्रक को रास्ते में ही रुकवा दिया। बाद में लोगों ने ट्रक को किसी तरह आगे चलता कराया। लोगों ने प्रशासन से ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने की मांग की।

बिना रिफ्लेक्टर के वाहन मुसाफिरों के लिए बन रहे घातक

बिना रिफ्लेक्टर के ओवरलोड वाहन मुसाफिरों के लिए घातक सिद्ध हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन ऐसे वाहनों पर नकेल कसने की बजाय मात्र दोपहिया वाहन चालकों के चालान कर खानापूर्ति करता है। सर्दी का मौसम शुरू होते ही धुंध भी जलवा दिखाना शुरू कर दिया है। धुंध के कारण ऐसे वाहन सड़कों पर यमदूत बन जाते हैं जिनके आगे-पीछे कोई रिफ्लेक्टर या स्टिकर नहीं लगा होता। ओवरलोडिड व बिना रिफ्लेक्टर व स्टिकर के ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रॉली व थ्री-व्हीलर चल रहे हैं। इनके पीछे न तो स्टिकर लगे होते हैं और न रिफ्लेक्टर। सर्दी के मौसम में धुंध के कारण यह सड़कों पर दिखाई तक नहीं देते जिससे अक्सर दुर्घटनाएं घटती रहती हैं।

दिन में पाबंदी के बाद भी चल रहे ओवरलोड वाहन

प्रशासन ने कस्बे में बड़े व ओवरलोड वाहनों के चलने पर पाबंदी लगाई हुई है। उसके बाद भी इस दौरान शहर में बड़े वाहनों की एंट्री जारी रहती है। इससे जाम तो लगता ही है, साथ में कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।

ओवरलोड वाहनों के कारण सड़क पर बड़ी आफत

जिस दिन से चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू हुआ, उसी दिन से गन्ना आपूर्ति करने वाले ओवरलोड वाहन सड़कों पर फर्राटा भरने लगे। कस्बे से रोज हादसे व शिकायतें होने के बाद भी जिम्मेदार अंजान बने बैठे हैं, जिसका नतीजा यह है कि हाल ही में गन्ने से ओवरलोड वाहनों से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन मौन है।

यह सब देखकर प्रतीत होता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है, अन्य ओवरलोड वाहनों की भांति गन्ने से ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही ये चिंता का विषय बना हुआ है। गन्ने से ओवरलोड वाहन हादसे व जाम का सबब बनते नजर आ रहें है, लेकिन जिम्मेदार इन वाहनों पर कार्रवाई करने से बचते नजर आ रहें है। जिसका खामियाजा सड़क पर चलने वाले राहगीरों व मुख्य मार्ग के किनारे वाले दुकानदारों को भरना पड़ रहा है।

नहीं काबू कर पा रहा प्रशासन

ओवरलोड गन्ना वाहनों से आए दिन गन्ना सड़क से नीचे गिरता रहता है और ज्यादातर ऐसा पास लेने पर होता है, पूरे कस्बे का मुख्यमार्ग आबादी क्षेत्र है। सड़क किनारे दुकाने होेने के चलते ग्राहकों की भीड़ रहती है। अगर ऐसे में किसी पर भी गन्ने का गठ्ठर गिर जाए तो उसकी हालत का अंदाजा लगया जा सकता है। गन्ने के ओवरलोड वाहनों से यातायात भी प्रभावित है। यही नहीं सड़क पर वाहन से सफर करने वालों को इन ओवरलोड वाहनों से काफी दिक्कते हो रही है। यदि समय से गन्ना ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।

राहगीरों की अटक जाती हैं सांसें

गन्ना पेराई सत्र चल रहा है। किसान अपना गन्ना ट्रकों व ट्रैक्टर-ट्रॉली से चीनी मिलों को ले जा रहे हैं। वहीं किराये पर चलने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली में ओवरलोड गन्ना भरा जा रहा है। इन वाहनों के चालक ज्यादा मुनाफा के चलते ट्रॉला में ओवरलोड गन्ना भरवाते हैं। जब ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क पर चलते हैं, राहगीरों की सांसें अटक जाती हैं। क्षमता से ज्यादा गन्ना भरा होने के कारण ट्रैक्टर आगे से उठ-उठकर चलते हैं। जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं।

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