जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भीषण गर्मी में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बीमार हो गया। उक्त प्लांट बार-बार ट्रिप मारकर बंद हो रहा है। ऑक्सीजन की कमी के चलते अधिकांश गंभीर मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में आजकल रोजाना लगभग दो हजार मरीज आ रहे हैं। इनमें 20-25 मरीजों को ऑक्सीजन की सपोर्ट देनी पड़ती है। अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगा है। इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू, पीआईसीयू आदि वार्ड में ऑक्सीजन की व्यवस्था है। इन वार्ड के सभी बेड ऑक्सीजन लाइन से जुड़े हैं, यानी जब जिस मरीज को ऑक्सीजन लगाने की जरूरत होती है, उसे तुरंत उक्त लाइन से पाइप जोड़कर ऑक्सीजन दिया जा सके।
भीषण गर्मी में जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट खराब हो गया। उक्त प्लांट ट्रिप मारकर बार-बार बंद हो जाता है। ऐसे में ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों के इलाज के लिए समस्या खडी हो गई। आपरेशन थियेटर में ऑक्सीजन सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। इमरजेंसी वार्ड में ऑक्सीजन कंसनटेंटर का उपयोग किया जा रहा है। जिला अस्पताल में आने वाले जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है, उन्हें मेडिकल कालेज रैफर किया जा रहा है। अस्पताल में न तो ऑक्सीजन सिलेंडर की उचित व्यवस्था है और न ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। ऐसे में मरीजों को मेडिकल कॉलेज भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। मरीज मेडिकल कालेज जाने को चिंतित हो रहे।
वोल्टेज कम से ट्रिप हो रहा ऑक्सीजन प्लांट
जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सुदेश कुमार का कहना है कि ऑक्सीजन प्लांट लो वाल्टेज की वजह से बार-बार ट्रिप होकर बंद हो रहा है। जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर रोगी, जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है, उनकी जान बचाना जरूरी है, इसलिए ऐसे मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। लो वोल्टेज की समस्या के निराकरण के लिए प्रयास किया जा रहा है।
कैंट में अब बुचरी रोड की कायाकल्प की तैयारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट के बुचरी रोड से गुजरने के दौरान अब मुंह पर रूमाल रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी, ना ही वहां से तेजी से निकलने का प्रयास करेंगे, बल्कि होगा यह कि वहां दरख्त की छांव में कुछ पल रुक कर सुस्ताने की इच्छा होगी। दरअसल कैंट बोर्ड प्रशासन खासतौर से सीईओ कैंट जाकिर हुसैन बुचरी रोड की गंदगी, सड़ांध और दूसरी बातों खासतौर से आसपास के डेयरियों से जो गंदगी फैला करती है उसकी वजह से हो रही बदनामी का दाग धोना चाह रहे है। सीईओ ने इस योजना पर काफी अरसे पहले काम शुरू कर दिया है। पहला काम तो उन्होंने इस इलाके में जिन्होंने भारत सरकार की जमीन पर कब्जा कर अपने डेयरियां चलायी हुई थीं। सालों पुरानी उस जमीन को मुक्त कराने का काम किया। दूसरा काम मुक्त करायी गयी जमीन पर स्थायी कब्जा लेने का और तीसरा काम जो लोग बुचरी रोड से गुजरने के दौरान मुंह पर रूमाल रख लेते थे।
ताकि यहां से गुजरते वक्त उन्हें सड़ांध ना आए उनके रूमाल जेब में ही रहें इसका भी इंतजाम करा दिया है। इस पर काम भी शुरू करा दिया है। इंजीनियरिंग सेक्शन के हेड एई पीयूष गौतम ने बूचरी रोड पर कैंट बोर्ड प्रशासन की ओर से कराए जा रहे कामों की तफसील से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस इलाके का विकास ही नहीं वहां सौंदर्यीकरण भी कराया जा रहा है। वहां टीम लगाकर सफाई करायी गयी है। मुक्त करायी गयी जमीन पर दीवारें खड़ी करा दी हैं। उस स्थान पर सुंदर पार्क बनवाए जाएंगे ताकि बच्चे व बूढे तथा वहां अपना वक्त काट सकें। घर परिवार के कामों से निपटकर वहां कुछ देर अपनी पड़ोसन और सखी सलेहियों के साथ बैठकर घर परिवार की बातें कर लें। बाउंड्री रोड और भी काफी काम कैंट बोर्ड प्रशासन करा रहा है।
सीईओ ने निर्माण कार्य का जायजा लिया
सीईओ कैंट जाकिर हुसैन इंजीनियरिंग सेक्शन हेड एई पीयूष गौतम को लेकर बाउंड्री रोड पर निर्माणाधीन पुलिस के काम का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने वहां काफी देर रुका काम देखा और शीघ्रता से काम को निपटाने को कहा। इस मामले में एई पीयूष गौतम ने जो ठेकेदार यहां काम करा रहा है उससे भी बात की। दरअसल जहां पुलिया काम कराए जा रहा है वो सारा इलाका कैंट बोर्ड का है। सीईओ ने कहा कि यहां कार्य जल्दी निपटाया जाए ताकि लोगों को असुविधा ना हो।
मोहल्लों में बड़े स्तर पर सफाई कार्य
कैंट के इलाके में सदर हो या फिर लालकुर्ती अथवा तोपखाना सभी जगह इन दिनों सबसे ज्यादा जोर सफाई पर दिया जा रहा है। मशीनों लगाकर मोहल्लों में सफाई कराय कराया जा रहा है। प्रयास है कि बारिश का मौसम शुरू होने से पहले पूरे कैंट इलाके में नाले नालियों को साफ करा दिया जाए ताकि कहीं भी जलभराव जैसी शिकाायत ना मिले और लोगों को असुविधा भी ना हो।