जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नूंह जिले के तावडू उपमंडल स्थित कांगरका गांव से एक और संदिग्ध जासूस को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान तारीफ पुत्र हनीफ के रूप में हुई है।
यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब दो दिन पहले ही नूंह के राजाका गांव से अरमान नामक युवक को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अरमान से पूछताछ के दौरान सामने आए सुरागों के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए तारीफ को दबोचा।
संवेदनशील सूचनाएं इकट्ठा कर उन्हें भेजने का आरोप
रिपोर्ट्स के अनुसार, तारीफ पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए संवेदनशील सूचनाएं इकट्ठा कर उन्हें भेजने का आरोप है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आरोपी के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे और उसने अब तक कितनी जानकारी साझा की है।
फिलहाल आरोपी तारीफ से पूछताछ जारी है और सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में काम कर रही हैं। इस कार्रवाई को देश की सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
चैट से हुआ खुलासा
तारीफ पर आरोप है कि वह व्हाट्सएप के जरिए भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्च आयोग में तैनात दो कर्मचारियों को उपलब्ध करा रहा था। मामले में नूह पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत आरोपी मोहम्मद तारीफ निवासी कांगरका थाना सदर तावडू पाकिस्तान उच्च आयोग में तैनात पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच और जाफर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
हरियाणा पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुप्त सूचना मिली कि तारीफ निवासी लंबे समय से भारतीय सेना और डिफेंस तैयारियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी दुश्मन देश पाकिस्तान में भेज रहा है। जो लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के लिए बोलता था। जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ और उसके मोबाइल को जब्त कर जांच करने पर संदिग्ध चैटिंग मिल सकती है।
मोबाइल में कुछ चैटिंग को डिलीट करने का भी प्रयास किया
इसी सूचना के आधार पर चंडीगढ़ विशेष पुलिस बल और केंद्रीय जांच एजेंसी ने तावडू सीआईए और सदर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे गांव बावला राधा स्वामी सत्संग के समीप से रविवार देर शाम हिरासत में लिया गया। हिरासत में लेने से पहले पुलिस टीम को सामने देख तारीफ ने अपने मोबाइल में कुछ चैटिंग को डिलीट करने का भी प्रयास किया था।
जांच में सामने आया कि उसके मोबाइल में पाकिस्तानी व्हाट्सएप नंबर से थे कुछ डाटा भी डिलीट पाया गया। उसके मोबाइल फोन की जांच में पाकिस्तानी नंबरों से चैट, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों की तस्वीरें मिलीं, जो उसने पाकिस्तान के किसी नंबर पर भेजी थी। वह दो अलग अलग सिम कार्ड के जरिए पाकिस्तानी नंबरों से लगातार संपर्क में था। पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि पाकिस्तान उच्चायोग दिल्ली में स्थित कर्मचारी आसिफ बलोच को भारत देश की सैन्य गतिविधियां और खुफिया सूचनाओं को भेजता था।
देश की खुफिया जानकारी साझा कर रहे
इसके बदले में आसिफ बलोच समय-समय पर उन्हें रुपए देता था। दिल्ली दूतावास से आसिफ बलोच का तबादला होने के बाद दूसरे कर्मचारी जाफर से उनकी मुलाकात दिल्ली में हुई थी। जिस प्रकार से तारीफ, आसिफ बलोच को सैन्य गतिविधियों की गुप्त सूचनाओं दे रहा था, उसी प्रकार जाफर को भी सैन्य गतिविधियों की खुफिया जानकारियां दी। इस तरह से तारीफ ने पाकिस्तान उच्च आयोग के कर्मचारियों को देश की खुफिया जानकारी साझा कर देश की अखंडता, एकता और देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। इस संदर्भ में तावडू सदर थाने में उपरोक्त तीनों आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।