- कलक्ट्रेट में पहुंचकर एसडीएम को सौंपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: पीस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को राष्ट्रीय नागरिकता विधेयक के विरोध में कलक्ट्रेट में पहुंचकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किय। उन्होंने एसडीएम रामनयन सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर राष्ट्रीय नागरिकता संशोधन विधेयक को निरस्त कराने की मांग की। साथ ही ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
पीस पार्टी के कार्यकर्ता कलक्ट्रेट में पहुंचे और कहा कि सरकार का विधेयक संविधान की मूल भावना और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के विरुद्ध है। विधेयक को धर्म के आधार पर लागू करना नैतिकता के विरुद्ध और संविधान की मूल भावना के अनुरुप नहीं है।
देश में चल रहे राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के नवीनीकरण के प्रथम चरण में असम राज्य में पूर्ण हो चुका है, जिससे राज्य के लगभग 19 लाख नागरिक प्रभावित हुए है। सरकार द्वारा साम्प्रदायिक नागरिकता संशोधन विधेयक लाया जा रहा है।
रजिस्टर के नवीनीकरण में हिंदू, बौद्ध, जैन, क्रिशचन, सिख और पारसी धर्म को मानने वालों को शरणार्थी माना गया है, जबकि इस्लाम धर्म के मानने वालों को घुसपैठिया मानकर उनके साथ सांप्रदायिक विभेद किया गया है।
उन्होंने देश के राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को दिए ज्ञापन में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के नवीनीकरण को रोकने व नागरिकता संशोधन विधेयक में धार्मिक भेदभाव समाप्त करने की मांग करते हुए विधेयक को निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में पार्टी के प्रदेश सचिव हाजी फैय्याज, डॉ राशिद, मुकीम मलिक, उवेश राणा, नवाब राणा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।