- प्लेज की फसल बर्बाद होने किसानों का लाखों का नुकसान
- गंगा के तेवरों से हलकान हुए किसान
जनवाणी संवाददाता |
नांगल सोती: गंगा का जलस्तर बढ़ने से पलेजियों के लिए मुसीबत बन गया। गंगा के इस उफान में प्लेज की हजारों बीघा फसल बहकर बर्बाद हो गई। समय से पहले ही फसल बर्बाद होने से पलेजियों का हजारो का नुकसान हो गया।
बीते दो दिनों से उत्तराखण्ड के मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों और गंगा के आसपास के क्षेत्रों में काफी बरसात हो रही है। इस बेमौसम बरसात से गंगा अपने पूरे उफान पर है। गंगा का जल स्तर इस कदर बढ़ा कि गुरुवार की रात गंगा का पानी प्लेज की फसल में घुस गया।
गंगा के इस उफान से पलेजियों की ककड़ी, खरबूजा, तरबूज, लौकी, खीरा, टमाटर आदि की हजारों बीघा फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। जिससे प्लेज के किसानों का हजारों का नुकसान हो गया। वहीं कुछ किसानों ने बताया समय से पहले ही गंगा में पानी आने से वे पूरी तरह बर्बाद हो गए है।
नांगल सोती: क्या कहते हैं किसान
नांगल के किसान राजेन्द्र सिंह, शिव कुमार कश्यप, मुन्नू सैनी, महेंद्र कश्यप ,अकरम अहमद ,फूल सिंह तोमर आदि का कहना है। हर बार गंगा की रेती में फसल करते थे मगर इतना जलस्तर कभी न बढ़ा। गंगा के बढ़े जलस्तर ने उन्हें बर्बाद कर दिया।
गंगा के तरबूज खरबूजा की मांग मंडियों में बनी हुई थी। जिससे किसानो को अच्छी खासी आमदनी हो रही थी। लेकिन समय से पहले ही गंगा का जल स्तर बढ़ने से फसले बर्बाद हो गई। जिससे किसानों की आमदनी खत्म होने से लाखों का नुकसान हो गया।