- बड़ी-बड़ी सिफारिश लेकर ट्रैफिक में तैनाती कराने पहुंच रहे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ट्रैफिक पुलिस की शहर में खासी बदनामी हो रही हैं। ट्रैफिक पुलिस में तैनाती मलाईदार मानी जाती हैं। लोग बड़ी-बड़ी सिफारिश लेकर ट्रैफिक में तैनाती कराने के लिए पहुंच जाते हैं। यहां भी कुछ वैसा ही हो रहा हैं। डेढ़ माह पहले कुछ ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का तबादला हुआ था, लेकिन एसएसपी रोहित सजवाण के आदेश के बाद भी इन्हें ट्रैफिक पुलिस ने रिलीव नहीं किया जा रहा हैं।
इसमें बड़ी-बड़ी सिफारिश लगवाई जा रही हैं। लखनऊ स्तर के कुछ पुलिस अधिकारियों से भी सिफारिश आ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेश है कि जीरो टोलरेंस पर काम किया जाए, लेकिन यहां ट्रैफिक पुलिस इतनी बदनाम हो चुकी है कि लखनऊ तक अब इसकी बदनामी पहुंचने लगी हैं। फिर भी ट्रैफिक पुलिस में तैनाती पा रहे पुलिस कर्मियों के तबादले होने के बाद भी उन्हें रिलीव क्यों नहीं किया जा रहा हैं।
लंबे समय से टैÑफिक पुलिस कर्मी जमे हुए हैं। आखिर इन पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही हैं। जब पुराने पुलिस कर्मी ही ट्रैफिक में जमे रहेंगे तो नये लोगों की तैनाती भी नहीं होगी। चर्चा है कि करीब 22 पुलिस कर्मियों के तबादले मेरठ ट्रैफिक पुलिस से हुए थे। ये तबादला हुआ करीब डेढ़ माह बीत गया हैं, लेकिन इनको रिलीव नहीं किया जा रहा हैं। एसएसपी रोहित सजवाण के आदेशों का ट्रैफिक पुलिस में पालन नहीं हो पा रहा हैं।
यही वजह है कि पुलिस कर्मियों को रिलीव नहीं किया जा रहा हैं। ट्रैफिक पुलिस पर गंभीर आरोप भाजपा के कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी लगाये थे। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस पर भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने की बात कही थी। इसको लेकर एसपी ट्रैफिक से लेकर कई बड़े अधिकारियों को भी इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन इसके बाद भी ट्रैफिक पुलिस यातायात को नियंत्रित करने की बजाय दूसरे ही कामों में लगी रहती हैं, जो जगजाहिर हैं।
कप्तान ने किया चार को इधर से उधर
मेरठ: एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने रविवार शाम तीन-चार थानों के चार्ज बदल दिए। एक को पुलिस लाइन से उठाकर सरधना थाने का चार्ज दे दिया। पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर प्रताप सिंह को थाना सरधना का प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है।
सरधना प्रभारी निरीक्षक को प्रभारी निरीक्षक इंचौली बनाया गया है। उपनिरीक्षक सूर्य विश्नोई थाना प्रभारी इंचौली को थाना मेडिकल की जिम्मेदारी दी गयी है। इंदू शेखर हत्याकांड भारी पड़ गया। वहीं, दूसरी ओर उपनिरीक्षक अवधेश कुमार थाना प्रभारी मेडिकल एसएसआई कोतवाली बनाकर भेजा गया है।
कोतवाली पुलिस ने दुकान में छापा मारा, 50 किलो पटाखे बरामद
मेरठ: प्रशासन के निर्देश पर सभी थाना क्षेत्रों में दीपावली पर पटाखों की बिक्री के लिए पूर्णत प्रतिबंध के निर्देश जारी किये गए हैं, लेकिन इसके बावजूद दुकानदार चोरी छिपे दुकानों पर आतिशबाजी की बिक्री करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी क्रम में कोतवाली पुलिस ने गुदड़ी बाजार स्थित एक दुकान पर आतिशबाजी बिकने की सूचना पर छापा मारा। पुलिस के छापे के दौरान बाजार में हड़कंप मच गया। पुलिस ने दुकान से 50 किलो वजन के पटाखे बरामद किये हैं। पुलिस की गिरफ्त में दो लोग आये हैं।
कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि गुदड़ी बाजार में एक दुकान में चोरी छिपे पटाखों की बिक्री की जा रही है। पुलिस ने सूचना के आधार पर दुकान पर छापा मारा। पुलिस ने दुकान से भारी मात्रा में दीपावली में बिक्री के लिए रखे पटाखे बरामद किये हैं। पुलिस ने दुकान मालिक बिजेंद्र पुत्र रामरत निवासी मोरीपाड़ा, आशू सेठी पुत्र सतपाल निवासी देवपुरी रेलवे रोड को गिरफ्तार किया है। दोनों की गुदड़ी बाजार में दुकान है। जिस पर दोनों दुकान पर पटाखों की बिक्री कर रहे थे। वहीं, पुलिस बरामद पटाखों की कीमत जुटाने में लगी है।