Monday, July 8, 2024
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मवाना में पुलिस कर्मियों को पीटा, वर्दी फाड़ी

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  • दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी को पहुंचे थे पुलिस कर्मी
  • घटना से आलाधिकारियों में मचा हड़कंप, कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची

जनवाणी संवाददाता |

मवाना: दुष्कर्म के आरोपी को पकड़ पहुंचे पुलिस वालों से आरोपी पक्ष ने मारपीट कर दी। पुलिस वालों की वर्दी तक फाड़Þ दी। घटना की जानकारी पर आला पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। बाद में सूचना पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गयी तब कहीं जाकर आरोपी को गिरफ्तार किया जा सका। घटना मवाना थाना के गांव भैंसा की है। थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौंसले किस कदर बुलंद हैं इसका अंदाजा आज हुई खाकी के साथ हुई इस घटना से लगाया जा सकता है।

थाना क्षेत्र के गांव भैंसा में सोमवार को 376 के आरोपी को गिरफ्तार करने को पुलिस टीम पहुंची थी। पुलिस वालों को देखकर गांव में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि आरोपी पक्ष से काफी लोग जमा हो गए। इस दौरान जैसे ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू की आरोप है कि कुछ लोगों ने पुलिस वालों को देख कर हंगामा शरू कर दिया। हमला कर उनकी वर्दी फाड़ दी। बाद में सूचना पर मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे एसओ क्राइम रामबीर सिंह आरोपी को गिरफ्तार कर थाना ले आए।

ये पूरा मामला गांव भैंसा निवासी शादाब के खिलाफ गांव की युवती द्वारा दुष्कर्म के आरोपों की एसएसपी से की गयी शिकायत से जुड़ा है। एसआई अनुज कटियार के नेतृत्व में गठित ठीम एसएसपी के आदेश पर दर्ज दुष्कर्म के वांछित अपराधी को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान पुलिस टीम पर आरोपी के परिजनों ने हमला बोल दिया। पुलिस वालों से धक्का-मुक्की की, इस दौरान पुलिस वाले की वर्दी फट गयी।

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एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुआ था मुकदमा

इस मामले में पीड़िता के पुलिस कार्यालय पहुंच कर घटना की शिकायत के बाद एसएसपी एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के आदेश पर भैंसा गांव निवासी दुष्कर्म के आरोपी के खिलाफ मवाना पुलिस ने मुकदमा लिखा था। मुकदमे में वांछित होने के चले सोमवार को एसआई अनुज कटियार के नेतृत्व में गठित टीम आरोपी को गिरफतार करने पहुंची तो परिजनों ने विरोध करते हुए पुलिस पर हमला बोल दिया।

पुलिस को नहीं लगी भनक, हेड कांस्टेबल के बेटे ने कोर्ट में किया सरेंडर

कंकरखेड़ा: अंबेडकर रोड पर कुछ दिन पूर्व दो गुटों में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी। जिसमें अधिवक्ता की कमर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पुलिस ने हेड कांस्टेबल के बेटे सहित 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। सोमवार को हेड कांस्टेबल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस को आरोपी के सरेंडर की भनक तक नहीं लग सकी। हेड कांस्टेबल के बेटे ने सरेंडर कर पुलिस को चुनौती दी।

श्रद्धापुरी फेज-2 डबल स्टोरी निवासी निशांत नागर व आदित्य प्रधान उर्फ मोनू में काफी समय से क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर झगड़ा चल रहा है। जिसको लेकर कुछ दिन पूर्व दोनों पक्षों ने युवक भरे बाजार आमने-सामने आ गए थे। जहां दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला करते हुए अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। अंधाधुंध फायरिंग से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। इसी बीच अधिवक्ता अजय गोयल अपने परिवार के साथ स्कूटी से जा रहे थे।

आरोपियों की गोली से अधिवक्ता कमर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिसके बाद पुलिस ने हेड कांस्टेबल प्रदीप नागर के बेटे निशांत नागर व आदित्य प्रधान उर्फ मोनू सहित 23 हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया था। जिसमें पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस हेड कांस्टेबल के बेटे निशांत नागर की तलाश कर रही थी,

लेकिन हेड कांस्टेबल के बेटे ने पुलिस की आंख में धूल झोंक रखी थी। उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। आरोपी के सरेंडर करने की भनक पुलिस को नहीं लग पाई। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन कर रखा था। हेड कांस्टेबल के बेटे ने कोर्ट में सरेंडर कर पुलिस के इकबाल को चुनौती दी।

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