जनवाणी ब्यूरो |
मेरठ: बेटियों की सुरक्षा के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में मिशन शक्ति का आगाज किया है। ऐसे में दुष्कर्मियों को सजा दिलाना भी बड़ा अहम है। हाल ही में मेरठ रेंज में अलग-अलग पांच मामलों में दुष्कर्मियों को कठोरतम सजा सुनाई गई है। आईजी रेंज प्रवीण कुमार की मानें तो दुष्कर्मियों को सजा दिलाने में पुलिस इन्वेस्टिगेशन का रोल अहम है।
पॉसिबल इन्वेस्टिगेशन एंड फास्टट्रैक प्रॉसीक्यूशन के माध्यम से ही हापुड़ बुलंदशहर और बागपत के अलग-अलग मामलों में दुष्कर्मियों को फांसी, आजीवन कारावास और 10 साल की कठोर सजा सुनाई गई है। जनवाणी टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने बताया कि हापुड़ में मासूम के साथ दुष्कर्म की ब्लाइंड मिस्ट्री को पुलिस ने अथक प्रयास के बाद सुलझाया और आरोपी की मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी की गई।
जिसके बाद उसे सजा दिलाना भी एक बड़ा चैलेंज था। साइंटिफिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को अंतिम सांस तक आजीवन कारावास की सजा कोर्ट ने सुनाई है। इसके अलावा बागपत और बुलंदशहर में भी दुष्कर्मी को भी पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन के बाद कड़ी सजा के अंजाम तक पहुंचाया है। मिशन शक्ति के तहत पुलिस बेटियों की सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है।