- योगी सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार के आरोप लगाए
- पुलिस ने फरार दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: कोतवाली क्षेत्र के गांव हसनपुर में पब्जी गेम खेलने के दौरान बच्चों के बीच हुए विवाद को लेकर बाद में बड़ों में हुई फायरिंग के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
इस मामले में शनिवार को पीड़ित ब्राह्मण समाज के लोगों ने अपने घरों पर पलायन के पोस्टर चस्पा कर दिए। इससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सीओ सिटी गांव में पहुंचे और पीड़ित पक्ष को बताया कि तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
शामली कोतवाली क्षेत्र के गांव हसनपुर में गत 24 अगस्त को पब्जी गेम खेलने को लेकर बच्चों के बीच विवाद के बाद दोनों पक्षों के बड़े लोगों में फायरिंग हो गई थी।
फायरिंग में दोनों पक्षों के लोग छर्रे लगने से घायल हुए थे। इस मामले को लेकर शामली कोतवाली पुलिस पर 5 लोगों के खिलाफ श्रीनिवास शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने प्रकरण में कार्यवाही करते हुए तत्काल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था जबकि अन्य आरोपी फरार थे।
इस मामले में शनिवार को गांव हसनपुर में ब्राह्मण पक्ष के पीड़ित लोगों ने अपने-अपने घरों पर पलायन के पोस्टर चस्पा कर दिये।
साथ ही, पोस्टरों के माध्यम से प्रदेश की योगी सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार होने के आरोप लगाए। मंत्री-विधायक के खिलाफ भी नारेबाजी की। इसी बीच सीओ सिटी जितेंद्र सिंह गांव में पहुंचे।
उन्होंने पीड़ित पक्ष को प्रकरण में निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन देते हुए बताया कि पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उनको न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।