- विधायक से मिले पीड़ित लोग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: माल रोड से आरवीसी की तरफ जाने वाली सड़क पर सेना के द्वारा गेट लगाने की तैयारी का विरोध करते हुए बंगलों में रहने वाले लोगों ने कैंट विधायक से मुलाकात कर हस्तक्षेप करने की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना था कि अगर गेट लगा दिया गया तो उस क्षेत्र में रहने वाले करीब सौ सिविलियन को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल सेना की तरफ से दीवार बनाने का काम शुरु हो गया है।
सेना के गेट लगाने की प्रक्रिया शुरु होते ही बंग्लो एरिया एसोसिएशन के पदाधिकारी कैंट विधायक अमित अग्रवाल से मिले और कहा कि जिस सड़क पर गेट लगाकर सड़क को रोका जा रहा है वो पूरी तरह से गलत है। इससे सिविलियन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कैंट विधायक ने इस संबंध में मदद का आश्वासन दिया है। एसोसिएशन के पदाधिकारी सांसद राजेन्द्र अग्रवाल से मिलने गए लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। पदाधिकारियों का कहना है कि वो इस मामले में रक्षा मंत्रालय जाएंगे।
एक पदाधिकारी ने बताया कि जिस वक्त निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री थी, उस वक्त भी यही समस्या सामने आई थी। तब रक्षा मंत्रालय ने सेना की तीनों इकाइयों के अध्यक्षों को पत्र लिखकर कहा था कि यह रक्षा मंत्रालय के ध्यान में लाया गया है कि छावनियों में सार्वजनिक सड़कों को स्थानीय सैन्य अधिकारियों द्वारा ऐसा करने के लिए किसी वैधानिक प्राधिकरण के बिना और कार्टन अधिनियम 2006 की धारा 258 में निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना बंद किया जा रहा है।
251, उक्त अधिनियम की धारा 2 (जेडए) के तहत परिभाषित एक सड़क को केवल छावनी बोर्ड द्वारा केवल सुरक्षा कारणों से स्थायी रूप से बंद किया जा सकता है। आम जनता से आपत्ति और सुझाव आमंत्रित करते हुए एक सार्वजनिक सूचना देना जरुरी है। जबकि नियम यह है कि जीओसी-इन-सी या प्रधान निर्देशक की पूर्व अनुमति नहीं ली गई। इस मामले पर रक्षा मंत्रालय में विचार किया गया है और यह निर्णय लिया गया है कि किसी भी प्राधिकारी द्वारा यूनिट लाइन्स, एक छावनी के बाहर कोई भी सार्वजनिक सड़क बंद नहीं की जाएगी।
धारा 258 में कहा गया है। सड़कों को बंद करने से संबंधित मामलों का निर्णय करते समक्ष प्राधिकारी सभी सुरक्षा विचारों और असुविधाओं का ध्यान करते हैं जो सामान्य लाभ के कारण हो सकते हैं। जहां किसी सड़क को बंद करना अपरिहार्य हो जाता है, यहां बंद करने से पहले एक वैकल्पिक सड़क प्रदान करने का प्रयास किया जाना चाहिये।