- इम्युनिटी कमजोर होगी तो रोग का खतरा बढ़ेगा-संजीव मिगलानी
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: इस मौसम में मच्छर पनपने लगे हैं। ऐसे में अब लोगों को और ज्यादा सँभालने की जरूरत है। क्योंकि मच्छरों के बढ़ने से मच्छर जनित रोग जैसे- मलेरिया, चिकनगुनिया व डेंगू होने का खतरा रहता है। ये मच्छर जनित बीमारियां भी काफी खतरनाक होती हैंं। डेंगू से तो लोगों की जान भी चली जाती है। कोविड-19 के इस संक्रामक दौर में इन बीमारियों से बचाव और ज्यादा जरूरी है, क्योंकि इन बीमारियों से इम्युनिटी कमजोर होगी और कोविड-19 का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाएगा।
विश्व मच्छर दिवस पर विशेष:-
महानगर के प्रसिद्व चिकित्सक डाक्टर संजीव मिगलानी का कहना है कि कोविड-19 से बचने के लिए अच्छा इम्युन सिस्टम यानि रोगों से लड़ने की क्षमता का अच्छा होना जरूरी है। जिन लोगों की इम्युनिटी कम होती है वे कोविड-19 का जल्दी शिकार हो सकते हैं। इसके साथ ही कोविड-19 ऐसे लोगों के लिए घातक भी हो सकता है। डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारियों में बॉडी की इम्युनिटी काफी कम हो जाती है। इसलिए डेंगू और मलेरिया होने पर कोविड-19 का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए खुद को कोविड-19 के साथ डेंगू और मलेरिया से भी बचाकर रखिये। डेंगू खुद एक जानलेवा बीमारी है और इसके साथ कोविड-19 का संक्रमण भी हो गया तो ये और ज्यादा घातक साबित हो सकता है। इसलिए अपने आस-पास मच्छरों को न पनपने दे, दरवाजो व खिड़कियों पर जाली लगवाएं, मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें, अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकठ्ठा न होने दें, पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें, हल्के रंग के और पूरी बांह वाली, कमीज और पेंट पहनें, घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें, कूलर, गमले आदि को सप्ताह में, एक बार खाली कर सुखाएं, गड्डों में जहां पानी इकठ्ठा हो, उसे मिट्टी से भर दें।
संक्रामक रोगों से बचाव के अन्य उपाय
गालियों में जलभराव रोकें तथा नियमित सफाई करें, जानवर बाड़े घर से दूर रखें, जंगली झाड़ियों को नियमित साफ करें, पीने के लिए इंडिया मार्का-2 के पानी का ही प्रयोग करें, खाने से पहले साबुन से हाथ धोएं, खुले में शौच न करें, शौचालय का प्रयोग करें, कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखें, बच्चों को जेई के दोनों टीके लगवाएं।
बुखार होने पर क्या करें
बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं, सामान्य पानी की पट्टी सिर, हाथ-पांव एवं पेट पर रखें, बुखार के समय पानी एवं अन्य तरल पदार्थों जैसे नारियल पानी, शिकंजी, ताजे फलों का रस इत्यादि का अधिक सेवन करें
इसलिये मनाते हैं मच्छर दिवस
डाक्टर संजीव मिगलानी ने बताया कि विश्व मच्छर दिवस प्रतिवर्ष 20 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिवस ब्रिटिश चिकित्सक, सर रोनाल्ड रॉस की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने वर्ष 1897 में यह खोज की थी, कि ‘मनुष्य में मलेरिया के संचरण के लिए मादा मच्छर उत्तरदायी है। लंदन स्कूल आॅफ हाइजीन और ट्रॉपिकल मेडिसिन ने विश्व मच्छर दिवस मनाने की शुरूआत वर्ष 1930 में की थी।
इन्होंने कहा–
मच्छर जनित रोगों से बचाव करने के लिए मच्छरों को अपने आसपास न पनपने दें। कोविड संक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में अपने आस-पास साफ-सफाई रखें और स्वस्थ रहें -डॉ संजीव मिगलानी।