- रेलवे साइडिंग पर लाखों की लागत से तैयार हो रहा प्लेटफार्म
- कर्मचारियों के ठहरने और सामान रखने को बनाया जा रहा भवन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: उत्तर रेलवे की एक रेलवे ट्रैक ग्राइंडिंग मशीन और ट्रैक एलाइनमेंट अब मेरठ में तैनात रहेंगी। इन मशीनों को उपकरण चढ़ाने और उतारने के लिए रेलवे साइडिंग पर लाखों की लागत से प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा स्टाफ की तैनात व स्टोर के लिए एक भवन निर्माण भी कराया जा रहा है। नई रेलवे लाइन को बिछाने के बाद उसमें गड्ढे या जंक को दूर करने के लिए करीब चार करोड़ की लागत की अत्याधुनिक रेलवे ट्रैक ग्राइंडिंग मशीन से ग्राइंडिंग की जाती है। यह मशीन एक ट्रेन के रूप में बनी है।
इस मशीन से ग्राइंडिंग के बाद रेलवे ट्रैक स्मूथ हो जाता है, जिससे ट्रेनों के पहिए आसानी से दौड़ते हैं। हर तीन चार वर्ष बाद रेलवे ट्रैक को उक्त मशीन से ग्राइंड कराया जाता है। इसके अलावा रेलवे ट्रैक के एलाइनमेंट मशीन से ट्रैक का एलाइनमेंट किया जाता है। उत्तर रेलवे के पास दो ग्राइंडिंग और दो ट्रैक एलाइनमेंट मशीन हैं। दो मशीनें दिल्ली मंडल में आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर तैनात रहती हैं और दो मशीनें हरियाणा में तैनात रहती है। जब जहां से रेलवे ट्रैक की ग्राइंडिंग या एलाइनमेंट कराने के लिए इन मशीनों की मांग की जाती है, आनंद विहार या हरियाणा से उक्त मशीनों को भेजा जाता है।
आनंद विहार में जगह कम होने की वजह वहां उक्त मशीनों को खड़ा करने में दिक्कत आ रही है। रेलवे के अधिकारियों ने अब उक्त मशीनों को मेरठ में तैनात करने का निर्णय लिया। इसके लिए मकबरा डिग्गी रेलवे साइडिंग पर जो रेलवे लाइन भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन द्वारा पेट्रोल डीजल की मालगाड़ी मंगाने के लिए की जा रही थी। उस रेलवे लाइन को अब उक्त मशीनों को खड़ा करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
उक्त रेलवे लाइन पर करीब 10 लाख रुपये की कीमत से एक प्लेटफार्म तैयार कराया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर चढ़कर कर्मचारी उक्त मशीनों में उपकरण चढ़ा उतार सकेंगे। इन मशीनों पर तैनात रहने वाले स्टाफ और सामान के रखने के लिए एक भवन का निर्माण भी कराया जा रहा है। यह कार्य इसी माह में पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद उक्त मशीनें यहां तैनात कर दी जाएंगी।
नंबर बदलने के साथ कम हो गया 12 ट्रेनों का किराया
मेरठ: नववर्ष पर रेलवे ने यात्रियों को तोहफा दिया। स्पेशल बनकर दौड़ रही और यात्रियों से दोगुना किराया वसूल रही 12 ट्रेनों को एक जनवरी से पुराने नंबर जारी कर किराया लगभग आधा कर दिया। इससे यात्रियों ने खासी राहत महसूस की। दरअसल, 22 मार्च से 2019 को देश में कोरोना के चलते देश की सभी ट्रेनों को खड़ा कर दिया गया था। कई माह बाद चंद ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया।
उक्त पैसेंजर ट्रेनों को नंबर बदलकर स्पेशल ट्रेन बनाकर संचालन शुरू किया गया था। इन ट्रेनों का किराया लगभग दोगुना कर दिया गया। मेरठ के ट्रैक पर दौड़ने वाली 12 ट्रेनों का संचालन इसी तरह किया जा रहा था। इनके नंबर इस तरह बदले गए कि जिन ट्रेनों के डिजिट पांच या छह से शुरू हो रही थी, उनके पांच व छह को हटाकर शून्य लगा दिया गया था। इस शून्य लगाने के साथ ही उक्त ट्रेनें स्पेशल ट्रेनें यानी एक्सप्रेस बन गई थीं। हालांकि इनकी गति में कोई बदलाव नहीं थी, पर किराया एक्सप्रेस ट्रेन का कर दिया गया था। यात्रियों की मांग थी कि उक्त ट्रेनों को पुन: उनके पुराने किराये से संचालित किया जाए।
गत वर्ष रेलवे ने पुराने नंबरों से उक्त टेÑनों को एक जनवरी से संचालित करने और उक्त ट्रेनों के यात्रियों से पुरानी दर से ही किराया वसूलने का निर्णय लिया। इसके चलते पांच वर्ष बाद गुरुवार से 12 स्पेशल ट्रेनों का संचालन पुराने नंबरों यानी पांच व छह से शुरू होने वाली डिजिट से शुरू कर दिया गया। इसके साथ ही उक्त ट्रेनों का किराया एक्सप्रेस की जगह कम करके पैसेंजर ट्रेनों का कर दिया गया। जिससे इन ट्रेनों का किराया लगभग आधा हो गया। इससे यात्रियों ने राहत महसूस की।
तैयार हो जाएं महाकुंभ स्नान के लिए
मेरठ (जनवाणी): यदि कुंभ स्नान की सोच रहे हैं तो तैयारी कर लें। 9 जनवरी से छह फरवरी के बीच मेरठ होते हुए अमृतसर से चलकर एक स्पेशनल ट्रेन लखनऊ होते हुए महाकुंभ में पहुंचेगी। अपनी सुविधानुसार इस ट्रेन से स्नान को जा सकते हैं। स्पेशल ट्रेन के संचालन को रेलवे ने हरी झंडी दी है। अमृतसर से फाफामऊ के लिए नौ जनवरी से छह फरवरी तक ट्रेन का संचालन होगा। वहीं, फाफामऊ से ट्रेन 11 जनवरी से आठ फरवरी तक संचालित होगी। यह ट्रेन लखनऊ भी जाएगी। अमृतसर से चलने वाली ट्रेन नौ जनवरी, 19 जनवरी और छह फरवरी को संचालित होगी। वहीं, फाफामऊ से ट्रेन 11 जनवरी, 21 जनवरी और आठ फरवरी को चलेगी।
अमृतसर से चलने वाली ट्रेन रात 8:10 बजे आरंभ होगी और मेरठ सिटी स्टेशन तड़के 4:30 बजे पहुंचेगी। इसका स्टापेज पांच मिनट का होगा। लखनऊ पहुंचने का समय दोपहर 1:25 बजे है। यहां इसका स्टापेज 10 मिनट होगा। ट्रेन फाफामऊ शाम सात बजे पहुंचेगी। फाफामऊ से ट्रेन सुबह 6:30 बजे चलेगी और मेरठ शाम 7:25 बजे पहुंचेगी। लखनऊ पहुंचने का समय सुबह 10:40 बजे है। अमृतसर पहुंचने का समय सुबह 4:15 बजे है। ट्रेन दोनों ओर से जालंधर, अंबाला, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, बरेली, रायबरेली में रुकेगी।