जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि आज अमित शाह ने किसानों से बात नहीं की। इस दौरान जब उनसे आरएलडी को बीजेपी द्वारा दिए गए ऑफर पर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कौन कहां जा रहा है और क्या कर रहा है। हम किसानों के मुद्दे पर बात करेंगे। उन्होंने कहा इनमें से किसी से हमारे संबंध
नहीं है।
राष्ट्रीय लोकदल और बीजेपी के गठबंधन के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, “हमें नहीं पता किसका गठबंधन किससे हो रहा है। हमें अपने आंदोलन का पता है। भारत सरकार या राज्य में किसी की भी सरकार आएगी और अगर वो किसान खिलाफ कोई कानून बनाएगी हमको उसका विरोध करना है। वो सरकार किसी की भी आए। किससे किसका गठबंधन हो रहा है उससे हमारा कोई मतलब नहीं।”
जाटों के साथ बैठक में गृहमंत्री ने चुनाव के बाद किसानों की हर मांग मानने की बात कही। इस पर राकेश टिकैत ने कहा, “चुनाव से पहले क्यों नहीं मान रहे… हमने अभी पिछले 10 दिनों में दो बार मैसेज (संदेश) करवाया। वे मीटिंग करने को तैयार नहीं हैं। आज उन्होंने कौन से किसान बुला लिए? हम उनसे कह रहे हैं कि आप वक्त दो (मिलने का), बात करना चाहते हैं। जो दिल्ली में समझौता हुआ है उसे वो लागू नहीं करना चाहते।”
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने एमएसपी गारंटी कानून पर कमेटी बनाने की बात कही थी। हम सरकार को ढूंढ रहे हैं कि सरकार हैं कहां? वो कमेटी कब बनेगी? उस पर बात चीत शुरू करो आप। उन्होंने कहा कि सरकार ढूंढने से मिल नहीं रही और कह रही है कि सरकार ने ढाई सौ लोग बुलाए और उनसे सरकार ने बात की और कहा कि हम किसानों की सारी बात मानेंगे। टिकैत ने कहा, “किसान तो दिल्ली में पिछले 13 महीनों से बैठा था। 22 जनवरी 2021 के बाद सरकार नहीं मिली। एक साल हो गया सरकार को तलाश करते हुए।”