- मुरादनगर रिसीविंग सब स्टेशन बनकर तैयार, ट्रांसफार्मर्स की टेस्टिंग शुरू
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड रेल का सपना जल्द साकार होने को है। टेस्टिंग की तमाम तैयारियां अपने अंतिम चरणों में पहुंच गई हैं। प्रायोरिटी सेक्शन पर कुछ ही दिनों बाद रैपिड दौड़ना शुरू कर देगी। इसके तहत दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मुराद नगर आरआरटीएस स्टेशन के पास बनाए जा रहे रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) में लगाए गए चार ट्रांसफार्मर्स की टेस्टिंग भी आरंभ कर दी गई है।
इस आरएसएस की बिल्डिंग पहले ही बनकर तैयार हो चुकी है और यहां इलेक्ट्रिकल उपकरण लगाने का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। जल्द ही यह आरएसएस स्टेशनों एवं ट्रेनों के संचालन के लिए विद्युत आपूर्ति करने के लिए तैयार हो जाएगा।
50 मेगावाट की क्षमता वाले इस आरएसएस से प्रायोरिटी सेक्शन से आगे मेरठ की दिशा में मुरादनगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ, मेरठ साउथ और परतापुर स्टेशन तक विद्युत आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही इसे प्रायोरिटी सेक्शन एवं दुहाई डिपो के लिए बैकअप के तौर पर तैयार रखा जाएगा, ताकि जरूरत के समय विद्युत आपूर्ति में कोई विलंब या रुकावट ना आए।
इस आरएसएस से दुहाई डिपो में 33 केवी बिजली की आपूर्ति की जाएगी और कॉरिडोर पर ट्रेनों के संचालन के लिए विद्युत ओएचई के लिए 25 केवी विद्युत की आपूर्ति की जाएगी। उल्लेखनीय है कि यहां बिजली सप्लाई के लिए एनसीआरटीसी ने उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीटीसीएल) के साथ करार भी किया है। यूपीटीसीएल ग्रिड सबस्टेशन से 220 केवी बिजली इएचटी (एक्सट्रा हाइटेंशन लाइन) केबल द्वारा मुरादनगर आरएसएस में आएगी
और उसके बाद यहां से 25 केवी की बिजली ट्रेनों के संचालन के लिए और 33 केवी की बिजली आरआरटीएस स्टेशनों की सभी जरूरतों के लिए इस्तेमाल की जाएगी। रैपिड अधिकारियों ने बताया कि आरआरटीएस ट्रेन और स्टशनों को निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एनसीआरटीसी द्वारा दिल्ली से मेरठ तक 5 रिसीविंग सब स्टेशन निर्मित किए जा रहे हैं।
इन विद्युत् सब स्टेशन का निर्माण दिल्ली में सराय काले खां और उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद, मुरादनगर और मेरठ के शताब्दीनगर व मोदीपुरम में किया जा रहा है। इसी क्रम में मुराद नगर आरएसएस का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इससे पहले गाजियाबाद आरएसएस विद्युत आपूर्ति के लिए तैयार किया जा चुका है। एनसीआरटीसी द्वारा वर्तमान में किए जा रहे आरआरटीएस के टेस्ट रन के लिए बिजली आपूर्ति गाजिÞयाबाद आरएसएस द्वारा ही की जा रही है।
रैपिड अधिकारियों के अनुसार दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस परियोजना के तहत दिल्ली से मेरठ के बीच 25 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इस कॉरिडोर पर 17 किमी के खंड को प्रायोरिटी सेक्शन के रूप में निर्धारित किया गया है। प्राथमिकता खंड के अलावा दुहाई से मेरठ साउथ स्टेशन के बीच दूसरे संचालन खंड का निर्माण भी तेजी से जारी है। मुरादनगर आरएसएस से इस खंड में विद्युत आपूर्ति की जाएगी।